नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने डिग्री कार्यक्रमों पर अपने नियमों में संशोधन किया है।
छात्र अब फिजिकल मोड में एक साथ दो डिग्री हासिल कर सकेंगे। यूजीसी बुधवार को इस पर दिशा निर्देश जारी करेगा।
यूजीसी के चेयरमैन एम. जगदीश कुमार ने मंगलवार को मीडिया के साथ वर्चुअल बैठक में कहा कि छात्र अब दो पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों को फिजिकल मोड में कर सकेंगे।
यह कोर्स वह एक ही विश्वविद्यालय या फिर दो अलग-अलग विश्वविद्यालयों से कर सकेंगे। इसके लिए केवल यह ध्यान रखना होगा कि दोनों कोर्स की कक्षाओं का समय आपस में टकराना नहीं चाहिए।
कार्यक्रमों के लिए कक्षा के समय में टकराव नहीं होना चाहिए
कुमार ने बताया कि आयोग ने उसी के संबंध में दिशानिर्देशों का एक सेट तैयार किया है, 13 अप्रैल को यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले यूजीसी नियमों ने तहत छात्रों को दो पूर्णकालिक कार्यक्रमों को एक साथ करने की अनुमति नहीं होती थी।
वह केवल ऑनलाइन, अल्पकालिक या डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के साथ एक पूर्णकालिक डिग्री प्राप्त कर सकते थे। चेयरमैन ने कहा कि इससे छात्रों को नए अवसर मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि दिशानिर्देश देश भर में उपलब्ध सभी कार्यक्रमों पर लागू होंगे। छात्र या तो एक डिप्लोमा कार्यक्रम और एक स्नातक (यूजी) डिग्री, दो मास्टर कार्यक्रम, या दो स्नातक कार्यक्रमों के संयोजन का चयन कर सकते हैं।
यदि कोई छात्र स्नातकोत्तर (यूजी) की डिग्री हासिल करने के लिए पात्र है और एक अलग डोमेन में स्नातक की डिग्री में दाखिला लेना चाहता है, तो वह एक साथ यूजी और पीजी डिग्री हासिल करने में सक्षम होगा। दोनों कार्यक्रमों के लिए कक्षा के समय में टकराव नहीं होना चाहिए।