लखनऊ : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने देशभर में अवैध तरीके से संचालित 20 फर्जी विश्वविद्यालयों (Fake Universities) की सूची जारी की और कहा कि इनकी डिग्रियां मान्य नहीं होंगी। इन 20 फर्जी विश्वविद्यालयों में से चार उत्तर प्रदेश (U.P) की हैं।
UGC के मुताबिक देश बार में 20 यूनिवर्सिटी फर्जी तरीके से संचालित हो रही हैं, जिनमे से चार उत्तर प्रदेश के 4 बड़े महानगरों में हैं। राजधानी लखनऊ (Lucknow ) के अलावा कानपुर (Kanpur) , अलीगढ़ (Aligarh) और प्रयागराज (Prayagraj) में फर्जी तरीके से विश्वविद्यालयों का संचालन किया जा रहा है।
UGC ने किन्हें फर्जी करार दिया
UGC ने उत्तर प्रदेश गांधी विद्यापीठ (Uttar Pradesh Gandhi University), प्रयाग, इलाहाबाद (प्रयागराज), नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो काम्प्लेक्स होम्योपैथी (National University of Electro Complex Homeopathy), कानपुर, नेताजी सुभाष चंद्र बॉस यूनिवर्सिटी (Netaji Subhash Chandra Bose University), अचलताल, अलीगढ़ और भारतीय शिक्षा परिषद (Aligarh and Indian Council of Education), भारत भवन, मटियारी, चिनहट, फैजाबाद रोड, लखनऊ को फर्जी करार दिया है।
UGC ने कहा…
UGC ने कहा है कि कई संस्थान UGC अधिनियम के प्रावधानों के विपरीत डिग्री प्रदान कर रहे हैं। ऐसे विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की गई डिग्री न तो मान्यता प्राप्त होगी और न ही उच्च शिक्षा या रोजगार के उद्देश्य से मान्य होगी।
इन विश्वविद्यालयों को कोई डिग्री प्रदान करने का अधिकार नहीं है। UGC के मुताबिक सर्वाधिक फर्जी यूनिवर्सिटी देश की राजधानी दिल्ली में संचालित हो रही है। दिल्ली में आठ विश्वविद्यालय ऐसे हैं जो फर्जी तरीके से डिग्रियां बांट रहे हैं।
इनमें अखिल भारतीय सार्वजनिक और शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान, कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज, संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय, व्यावसायिक विश्वविद्यालय, एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी; भारतीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संस्थान, स्व-रोजगार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय और आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (आध्यात्मिक विश्वविद्यालय) शामिल हैं।