नई दिल्ली: बेलारूसी सीमा पर रूसी टैंकों के आने के कुछ ही घंटों बाद गुरुवार को कीव के निवासियों में अफरातफरी का माहौल है।
लोग कार और रेल के जरिए शहर से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।युद्ध अंतत: उन कई यूक्रेन निवासियों के सामने आ गया है जो इस बात से इनकार कर रहे थे कि पुतिन वास्तव में आक्रमण करेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने मार्शल लॉ की घोषणा के बाद कई लोग आने वाले टैंकों से बचने के लिए पश्चिमी सीमा की ओर भाग रहे हैं।
पुतिन द्वारा सैन्य अभियान शुरू होने की घोषणा के बाद यूक्रेन की राजधानी और अन्य प्रमुख शहरों में धमाकों की आवाज सुनी गई।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, तस्वीरों और वीडियो में यूक्रेन के लोग गुरुवार सुबह कीव से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि राजधानी में हवाई हमले के सायरन बज रहे थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई या तो बाहर निकलने के लिए जा रहे थे या गैसोलीन के लिए लंबी कतारों में खड़े थे, कुछ एटीएम पर पहले ही रुक गए थे।
कीव के मेट्रो स्टेशन पर भी लंबी लाइनें देखी गईं, जहां लोग शहर से भागने के लिए ट्रेनों में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। कुछ बस शरण लेने के लिए स्टेशन की ओर जा रहे थे।
रूसी राष्ट्रपति ने गुरुवार तड़के एक टेलीविजन संबोधन के दौरान कार्रवाई की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम यूक्रेन से खतरों का जवाब है।
उन्होंने कहा कि रूस का यूक्रेन पर कब्जा करने का कोई लक्ष्य नहीं है। पुतिन का कहना है कि खूनखराबे की जि़म्मेदारी यूक्रेन के शासन की है।