कीव: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार यूक्रेन के पड़ोसी देशों तक सड़क मार्ग के अलावा हवाई रास्ते का भी इस्तेमाल करेगी। इस पर आने वाला पूरा खर्च भी भारत सरकार ही उठाएगी।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे 18 हजार से अधिक भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है।
यूक्रेन की राजधानी कीव स्थिति भारतीय दूतावास ने भारतीय विद्यार्थियों से बातचीत भी की है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय नागरिकों और खासतौर से वहां पढ़ने गए विद्यार्थियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था।
इस बातचीत के बाद भारतीय विमानों के लिए आसपास के देशों तक हवाई क्षेत्र खुलने का रास्ता भी खुला है।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के मुताबिक एयर इंडिया यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के लिए दो उड़ानों का संचालन करने की योजना बना रही है।
सड़क मार्ग से यूक्रेन और रोमानिया की सीमा तक पहुंचे भारतीय नागरिकों को भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जाएंगे जहां से उन्हें एयर इंडिया की उड़ानों के जरिए वापस भारत लाया जाएगा।
इस विमान यात्रा पर होने वाला खर्च भी सरकार वहन करेगी। इससे पहले भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया के रास्ते दिल्ली लाने की योजना बनाई थी।
इसके लिए इन देशों की यूक्रेन के साथ सटी सीमाओं पर विशेष भारतीय प्रतिनिधियों की तैनाती की गयी है।