गुवाहाटी: असम के, युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 10 विद्यार्थी अन्य भारतीयों के साथ अलग-अलग उड़ानों में दिल्ली और मुंबई पहुंच चुके हैं। राज्य प्रशासन ने यह जानकारी दी।
असम सरकार ने बताया कि वह लगातार विदेश मंत्रालय के संपर्क में है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि यूक्रेन में फंसे राज्य के सभी लोगों की सुरक्षित वापसी हो।
प्रशासन ने यूक्रेन में अब भी फंसे लोगों के लिए व्हाटसऐप नंबर और ई-मेल आईडी जारी किए हैं ताकि वे अधिकारियों से संपर्क कर सकें।
राज्य सरकार द्वारा रविवार को जारी बयान में कहा गया कि मुंबई और दिल्ली स्थित असम भवन के अधिकारियों ने यूक्रेन से आए राज्य के विद्यार्थियों की अगवानी की और उन्हें घर पहुंचाने के लिए जरूरी व्यवस्था की।
बयान में कहा गया कि राज्य के जिन 10 विद्यार्थियों को स्वदेश लाया गया है उनमें से दो मुंबई पहुंचे जबकि बाकी दिल्ली लाए गए। ‘‘ उनके लिए टिकट की व्यवस्था असम सरकार ने की है।’’
सरकार ने बताया कि ये सभी विद्यार्थी यूक्रेन के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पढ़ाई करते हैं।
एक अधिकारी ने सोमवार को बताया, ‘‘इन 10 विद्यार्थियों में से कुछ गुवाहाटी पहुंच चुके हैं जबकि बाकी को भी वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है।’’
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि उनकी सरकार सुनिश्चित कर रही है कि इन विद्यार्थियों को सभी तरह की सहायता मुहैया हो।
उल्लेखनीय है कि भारत ने रूस की यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने की शुरुआत शनिवार को की और पहला चार्टर्ड विमान 219 लोगों को बुखारेस्ट से लेकर मुंबई पहुंचा।
उल्लेखनीय है कि रूसी हमले के बाद 24 फरवरी से ही यूक्रेन का हवाई क्षेत्र नागरिक विमानों के लिए बंद है।
एक आकलन के मुताबिक, असम के 100 से अधिक विद्यार्थी इस समय यूक्रेन के विभिन्न इलाकों में फंसे हैं।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कहा था कि भारत ने अब तक करीब दो हजार भारतीयों को यूक्रेन से बाहर निकाला है और उनमें से करीब एक हजार भारतीयों को हंगरी और रोमानिया से चार्टर्ड विमानों के जरिेये भारत लाया गया है।