कीव: रूस द्वारा यूक्रेन पर हो रह लगातार हमले की बीच एक बेहद भयावह तस्वीर सामने आई। दरअसल, यूक्रेन के शहर बुचा में दर्जनों शव एक साथ देखने को मिले जिससे वहां के निवासियों के पैरो तले जमीन खिसक गई।
वही यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र से लौटने से पहले सेना ने युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है और वह अपने पीछे एक भयावह मंजर छोड़ गए हैं।
यूक्रेन के शहर बुचा से इन शवों की तस्वीरें सामने आने के बाद यूरोपीय नेताओं ने अत्याचार की निंदा की और रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।
जर्मनी की रक्षा मंत्री क्रिसटीन लैम्ब्रेक्ट ने यूरोपीय संघ से रूसी गैस पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करने का आग्रह किया है।
सभी के कपड़ों से उनके असैन्य नागरिक होने का पता चल रहा था
जानकारी के मुताबिक राजधानी के उत्तर-पश्चिम में बुचा के आसपास विभिन्न स्थानों पर कम से कम 21 लोगों के शव देखे जिसमें से नौ लोगों के शव एक-साथ देखे, सभी के कपड़ों से उनके असैन्य नागरिक होने का पता चल रहा था।
शव ऐसी जगह पड़े थे, जिसके बारे में निवासियों का कहना है कि रूसी सैनिकों ने इसे अपना अड्डा बना रखा था।
इनमें से कम से कम दो के हाथ बंधे थे, एक शव पर सिर में गोली लगने और दूसरे के पांव में गोली लगने के निशान थे।
यूक्रेनी अधिकारियों ने हत्याओं के लिए पूरी तरह से रूसी सैनिकों को जिम्मेदार ठहराया है और राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की ने इसे नरसंहार का सबूत बताया।
वहीं रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि मारे जाने से पहले कुछ महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था और उसके बाद रूसियों ने उनके शवों को जला दिया।
उधर दूसरी तरफ, रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शवों की तस्वीरें और वीडियो का प्रबंध कीव शासन ने पश्चिमी मीडिया के लिए किया है।
मंत्रालय ने कहा कि बुचा में एक भी नागरिक को रूसी सेना द्वारा किसी भी हिंसक कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ा।