Ukraine shaken by missile rain on Krivi Reh:रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष ने शुक्रवार देर शाम एक नया रूप ले लिया जब रूसी सेना ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के गृह नगर क्रिवी रीह को निशाना बनाकर मिसाइल हमला किया। इस हमले में जान-माल की भारी क्षति हुई है। रूस का दावा है कि उसने एक महत्वपूर्ण बैठक को निशाना बनाया जिसमें यूक्रेनी सेना के कमांडर और पश्चिमी देशों से आए प्रतिनिधि शामिल थे। वहीं यूक्रेन ने इसे एकतरफा प्रोपेगेंडा करार देते हुए नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है।
हाई लेवल मीटिंग पर हमले का दावा
रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को “सटीक ऑपरेशन” बताया है। उनका कहना है कि एक रेस्तरां में यूक्रेनी सेना के अधिकारियों और पश्चिमी देशों के प्रशिक्षकों की गुप्त बैठक चल रही थी। इसी बैठक को निशाना बनाते हुए मिसाइल दागी गई। रूसी पक्ष के मुताबिक इस हमले में 85 यूक्रेनी सैनिकों और विदेशी अधिकारियों की मौत हुई है।
यूक्रेन ने खारिज किया रूसी पक्ष
रूसी दावे को यूक्रेन ने नकारते हुए कहा है कि इस हमले में 19 आम नागरिकों की जान गई और 68 लोग घायल हुए, जिनमें से 40 अस्पताल में भर्ती हैं और 17 की हालत गंभीर है। हालांकि यूक्रेन सरकार ने सैनिकों की मौत या पश्चिमी अधिकारियों की मौजूदगी से जुड़े किसी भी दावे की पुष्टि नहीं की है।
घर, गाड़ियां और संस्थान चपेट में
डिनीप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र के गवर्नर सेरही लिसाक के अनुसार, मिसाइल हमले से शहर में 34 रिहायशी इमारतें, 30 से अधिक वाहन, एक शैक्षणिक संस्थान, और हमला किया गया रेस्तरां पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय रक्षा परिषद प्रमुख ओलेक्सांद्र विलकुल ने प्रतिक्रिया में कहा कि “इस हमले को कभी नहीं भुलाया जाएगा, और रूस को इसका जवाब मिलेगा।”
ऊर्जा केंद्रों पर यूक्रेन ने की जवाबी कार्रवाई
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि यूक्रेनी सेना ने रूस के 14 ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमला किया, जिससे ब्रांस्क, बेलगोरोद, स्मोलेंस्क, लिपेत्स्क, वोरोनिश, लुहांस्क और खेरसॉन जैसे क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को नुकसान पहुंचा है। यूक्रेन की ओर से इन हमलों की पुष्टि नहीं की गई है।
ड्रोन हमले से फाइबर ऑप्टिक फैक्ट्री में लगी आग
इसके अलावा, रूसी प्रांत मोर्दोविया के सरांस्क शहर में स्थित फाइबर ऑप्टिक प्लांट में यूक्रेनी ड्रोन हमले के कारण आग लग गई। वहीं, बेलगोरोद में भी बिजली आपूर्ति ढांचे को गंभीर क्षति पहुंचने की बात कही गई है। रूस ने इन घटनाओं को यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई बताया है।