नस्लभेद पर जारी रिपोर्ट से नाखुश यूके के सलाहकार देंगे इस्तीफा

News Aroma Media
3 Min Read

लंदन: ब्रिटेन में नस्लभेद पर डॉउनिंग स्ट्रीट की विवादास्पद रिपोर्ट पर चल रही बहस के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मुख्य सलाहकार अपने पद से इस्तीफा देने का मन बना चुके हैं।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट से यह बात सामने आई।

ब्रिटिश मीडिया ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि बोरिस जोनसन के सिविल सोसाइटी और समुदाय के मुख्य सलाहकार सैम्युल कसुमु ने मई में अपना पद छोड़ने की बात कही है। उन्होंने बुधवार को अपने सहकर्मचारियों को इसकी जानकारी दी है।

सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में ब्रिटेन में संस्थानिक नस्लभेद के कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद से ही उनके पद छोड़ने की खबरें फैलने लगी।

इवनिंग स्टेंनडर्ड अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, आयोग की ओर से जारी नस्लभेद की रिपोर्ट को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

- Advertisement -
sikkim-ad

रिपोर्ट पर आरोप लगाए गए हैं कि यह रिपोर्ट बिना लोगों ऑपेनियन के पेश किए गए हैं और यह सांस्कृतिक रूप से बहरा है।

लंदन स्थित अखबार के मुताबिक कयास लगाए जा रहे है कि कसुमु मई तक अपने पद पर काबिज रहकर अल्पसंख्यकों के लिए वैक्सीन मुहैया करवाने के लिए काम करते रहेंगे।

लेकिन डॉउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि कसुमु कई महीने पहले से ही जाने की योजना बना चुके थे और सरकार के नस्लीय विषमता पर बने आयोग से कोई लेना-देना नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि, इसको आयोग की रिपोर्ट से जोड़कर देखना सरासर गलत होगा।

कसुमु ने अभी तक रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं दी हैं, लेकिन वह कथित रूप से सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट से खुश नहीं हैं।

पहले भी फरवरी महीने में वह सरकार की कुछ नीतियों से नाखुश होकर अपना इस्तीफा सरकार को सौंप चुके हैं।

लेबर शैडो वूमन और इक्यूलिटिज की सचिव मार्शा डी कोरडोवा ने रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया और कहा इसमें कोई ताज्जुब की बात नहीं है कि, सरकार अपनी टीम में होनहार लोगों को खोती जा रही है।

उन्होंने कहा कि, सरकार की ओर से रिपोर्ट जारी होने के बाद उनके वरिष्ठ सलाहकार ने पद छोड़ने की बात कही है।

वहीं जॉनसन ने गुरुवार को कहा कि, वह सरकार की नस्लभेद की रिपोर्ट में लिखी सभी बातों को सही नहीं मानते है।

 लेकिन रिपोर्ट में कई बाते बिल्कुल सही है लोगों को उन्हें पढ़ना और गौर करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि, नस्लभेद एक अहम मुद्दा है जिससे हमारी सोसाइटी जूझ रही है। हमें इसके बारे में बात करनी चाहिए।

Share This Article