रांची: संविधान दिवस (Constitution Day) के अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) ने शनिवार को राजभवन (Rajbhawan) के समक्ष प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर किसानों (Farmers) के फसलों के लिए MSP का कानून बनाने, संपूर्ण झारखंड (Jharkhand) में सुखाड़ राहत चलाने,धान क्रय केंद्र खोलने, कर्ज माफी, वनपटटा सहित अन्य मांगों को लेकर किसान मार्च निकालकर आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के नाम राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) को ज्ञापन सौंपा गया।
5 अप्रैल को दिल्ली कूच करने की योजना
मौके पर झारखंड राज्य किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार के किसानों से वादा खिलाफी के दस माह बाद देश के सभी राजभवन के समक्ष संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से प्रदर्शन कर केंद्र सरकार को चेतावनी दिया है कि MSP का कानून नहीं बना तो किसान पांच अप्रैल को दिल्ली (Delhi) कूच करने के लिए मजबूर होंगे।
MSP का कानून नहीं बना कर किसानों के साथ विश्वासघात
अखिल भारतीय किसान सभा (All India Kisan Sabha) के राज्य अध्यक्ष सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता ने कहा अन्नदाता किसान ही केंद्र सरकार के तानाशाही कदमों को रोक सकता है।
MSP का कानून नहीं बना कर किसानों के साथ विश्वासघात किया है।
किसान संग्राम समिति के महासचिव राजेंद्र गोप ने कहा केंद्र सरकार के किसानों के साथ विश्वासघात को देश की जनता देख रही है, गद्दी से बेदखल होना पड़ेगा,राजद किसान सेल के राज्य उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा किसान आन्दोलन के कारण तीनों कानून रद्द होना केंद्र सरकार की करारी हार है।