UP Assembly Election : कुर्सी के लिए देश को दांव पर लगाने वाली सपा से सतर्क रहने की जरूरत: PM मोदी

Central Desk

उन्नाव : मोदी ने उन्नाव और हरदोई में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी रैलियों को संबोधित किया।

उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘‘उनकी उम्मीदवारी वाली करहल सीट उनके हाथ से निकल रही है।

यही कारण है कि उन्होंने अपने जिस पिता (मुलायम सिंह यादव) को धक्के मारकर मंच से उतारा और पार्टी पर कब्जा किया था उसी से गुहार लगानी पड़ी कि मेरी सीट बचाइए।’’

प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले अनेक दशकों से हमारा देश आतंकवाद का कहर झेलता रहा है।

उन्होंने कहा कि जिहादी संगठनों की कुदृष्टि हमारी धरती, हमारी संस्कृति और हम लोगों पर लगातार रही है, आप सभी जानते हैं कि जब आतंकी ह‍मला होता, आतंकवाद बढ़ता तो सबसे ज्यादा नुकसान गरीब और मध्यम वर्ग को उठाना पड़ता है।

मोदी ने वर्ष 2008 में हुए अहमदाबाद बम धमाकों का जिक्र करते हुए कहा ”एक समय था जब देश में हर सप्ताह बम धमाके होते थे और हिंदुस्तान के कितने शहरों में निर्दोष नागरिक मारे गये।

मैं उस दिन को भूल नहीं सकता जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था और उस दौरान अहमदाबाद में सीरियल बम धमाके हुए थे।

मैंने उस समय रक्त से गीली हुई मिट्टी को उठाकर संकल्प लिया था कि मेरी सरकार इन आतंकवादियों को पाताल से भी खोज कर सजा देगी।”

वर्ष 2008 में अहमदाबाद में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में एक स्थानीय अदालत द्वारा गत 18 फरवरी को 38 लोगों को मौत की सजा सुनायी गयी थी।

मोदी ने आरोप लगाया, ”जितने भी धमाके हुए सब समाजवादी पार्टी के चुनाव निशान साइकिल पर रखकर किये गये और मैं हैरान हूं कि उन्होंने (आतंकियों) साइकिल को क्‍यों पसंद किया, 2006 में काशी में बम धमाका हुआ था, संकट मोचन मंदिर में धमाका किया गया, कैंट रेलवे स्टेशन पर हमला किया गया और तब यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार थी।”

अहमदाबाद धमाके में अदालत के फैसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ”अभी दो दिन पहले ही अहमदाबाद बम धमाके के दोषियों को सजा सुनाई गई है और अनेक आतंकवादियों को फांसी की सजा मिली है।

आज मैं विशेष तौर पर इसका जिक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि कुछ राजनीतिक दल ऐसे ही आतंकवादियों के प्रति मेहरबान रहे हैं और ये राजनीतिक दल वोट बैंक के स्वार्थ में आतंकवाद को लेकर नरमी बरतते रहे हैं।”

उन्‍होंने दावा किया, ”वर्ष 2012 में जब सपा सत्ता में आई तो उसने आतंकवादियों पर से बम धमाकों का मुकदमा वापस लेने का फैसला किया था, ऐसे लोगों को आप अगर मौका देंगे तो ये अपनी वारदातें करेंगे।”

मोदी सपा पर गोरखपुर, अयोध्या और लखनऊ में बम धमाकों के आरोपियों से मुकदमा वापस लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि अदालतों ने सपा की साजिश नहीं चलने दी और आतंकी को सजा सुनाई।

मोदी ने आरोप लगाया कि यूपी (उत्तर प्रदेश)में एक दो नहीं बल्कि आतंकी हमलों के 14 मुकदमों में समाजवादी सरकार ने बहुत सारे आतंकियों से मुकदमे वापस लेने का फरमान सुना दिया था।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस नेताओं का रवैया और खतरनाक रहा है, ये लोग ओसामा जैसे आतंकवादी को जी कहकर बुलाते और बाटला हाउस में आतंकवादियों के सफाए पर आंसू बहाते हैं।

उन्‍होंने कहा कि ”इतने वर्षों तक मैं इसलिए चुप रहा क्योंकि अहमदाबाद बम धमाकों के मामले की सुनवाई चल रही थी और जब अदालत ने आतंकियों को सजा सुना दी है तो मैं अब विषय को देश के सामने उठा रहा हूं और गुजरात पुलिस की प्रशंसा करूंगा कि उसके प्रयासों से आतंकियों के कई माड्यूल का खात्मा हुआ है।’’

उन्होंने कहा , ‘‘ हमें ऐसे राजनीतिक दलों से सतर्क रहना है जो अपनी कुर्सी के लिए देश को दांव पर लगा देते और देश की सुरक्षा से भी खिलवाड़ करते हैं।”

सपा को अपराधियों का संरक्षक करार देते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘जो तुष्टिकरण की राजनीति में हमारे त्योहारों को रोकते थे उन्हें प्रदेश की जनता का जवाब 10 मार्च को मिल जाएगा।’’

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर आक्षेप लगाते हुए मोदी ने कहा, ”जिस पिता को मंच से धक्के देकर हटाया था, जिसे अपमानित करके पार्टी पर कब्जा जमाया था उसी से गुहार लगानी पड़ी कि मेरी सीट बचाइए।

जब मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार अपनी ही सीट पर असुरक्षित हो तो हवा के रुख का पता आसानी से लगाया जा सकता है।”

उन्होंने अखिलेश की उम्मीदवारी वाली सीट करहल पर उनकी पराजय होने का दावा करते हुए कहा ”सच्चाई यह है कि जिस सीट पर यह लोग सबसे सुरक्षित मानकर बैठे थे वह भी हाथ से निकल रही है। यह परिवारवादी लोग कुछ क्षेत्रों को अपना साम्राज्य समझते हैं।

यह सोचते हैं कि जो कहेंगे, जनता वही करेगी लेकिन इन लोगों से आज तीसरे चरण में उत्साह के साथ मतदान कर रही उत्तर प्रदेश की जनता कह रही है कि आएगी तो भाजपा ही, आएंगे तो योगी ही।”

मोदी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जोगी ने माफिया तत्वों के डर और खौफ के किले को ध्वस्त कर दिया है और इसलिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बहुत परेशान हैं।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि इसी वजह से उन्होंने पिछले दिनों खुले मंच से प्रदेश के पुलिसकर्मियों को अपमानित किया, उन्हें (पुलिस को) मंच से दी गयी गालियां अपने दबंग, दंगाई और माफिया दोस्तों की हिम्मत बढ़ाने का प्रयास था।

प्रधानमंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी द्वारा उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिये कथित आपत्तिजनक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले पंजाब में वोट पाने के लिए उत्तर प्रदेश के गरीब, दलित और पिछड़ों को गालियां दिलवाई गईं, लेकिन यहां के घोर परिवारवादी लोगों ने दिखावे के लिए भी इसका विरोध नहीं किया क्योंकि उन्हें यूपी के लोगों की मान सम्मान की नहीं बल्कि अपने कुनबे की चिंता है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा के लिए प्रचार करने पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा ”यह परिवार वादी लोग लाल दरी बिछाकर अपने प्रचार के लिए ऐसे लोगों को बुलाते हैं जो उत्तर प्रदेश के लोगों के खानपान, उनके पहनावे और बोलचाल का मजाक उड़ाते हैं।

इन्हें ना उत्तर प्रदेश की परवाह है और ना ही यहां के लोगों की। इन्हें सिर्फ कुर्सी चाहिए।”

उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के लिए सरकार का मतलब एटीएम से है, जहां से जितनी नोटें निकालनी हों, निकाल लो और अपना घर भर लो जबकि भाजपा के लिए तो सरकार सिर्फ और सिर्फ करोड़ों नागरिकों की सेवा करने का एक माध्यम और अवसर है।

प्रधानमंत्री ने आवारा पशुओं की गम्भीर समस्या का जिक्र करते हुए कहा ”आप लोगों को आवारा जानवरों से जो परेशानी होती है उसे दूर करने के लिए 10 मार्च के बाद नई व्यवस्था बनाई जाएगी, जो पशु दूध नहीं देते हैं उनके गोबर से भी आमदनी हो, ऐसी व्यवस्था मैं आपके सामने खड़ी कर दूंगा।”

उल्लेखनीय है कि सात चरणों में चल रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में आगामी 23 फरवरी को हरदोई समेत नौ जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।