पटना: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी जब जब कमजोर हुई है, उनकी खोज हुई है।
उन्होंने नीतीश के बेटे पर विधानसभा (Assembly) में उठाए गए तेजस्वी यादव के पुराने सवालों को भी कुरेदा, तो मुख्यमंत्री को चुनौती भी दी कि वे बेटे की कसम खाएं कि कौन झूठ बोल रहा।
कुशवाहा ने तेजस्वी यादव की ओर से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बेटे पर उठाए गए सवाल को भी याद किया। कुशवाहा ने कहा कि आज मुख्यमंत्री जिनको आगे बढ़ाने की बात रोज करते हैं, उनकी उम्र से आधी उम्र का व्यक्ति, उन्होंने विधानसभा में भाषण देते हुए कहा था, ‘मुख्यमंत्री जी आपका एक बेटा है, वह भी आपका अपना है कि नहीं, यह आप ही जानिएगा।’
कुशवाहा ने कहा ….
उन्होंने नीतीश को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि कोई उनके विषय में ऐसी बात बोला तो तकलीफ हुई और मैंने ऐसे बयान की आलोचना की।
कुशवाहा ने नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि नीतीश कुमार को भी संतान है और मुझे भी संतान है, मुख्यमंत्री भी अपने बेटे की कसम खाएं और हम भी कसम खाते हैं, कि वे सच बोल रहे हैं या हम।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर खास सलाहकारों से घिरे होने का आरोप लगाते हुए यह भी साफ कर दिया कि वे पार्टी छोड़ कर कहीं नहीं जाने वाले हैं और पार्टी को बचाने की अंतिम लड़ाई लड़ेंगे।
पटना में एक प्रेस वार्ता में नीतीश कुमार के कहे गए एक एक बात का जवाब देते हुए कुशवाहा ने कहा कि मीडिया के जरिए मुझसे बातचीत की शुरूआत नीतीश कुमार ने की है।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले दो साल में मुझे खुद से फोन नहीं किया, मैंने ही जब जरूरत हुई नीतीश कुमार से फोन कर बात की।
उन्होंने नीतीश कुमार के ‘आए और गए’ बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी के अध्यक्ष से लेकर अधिकांश लोग आए और गए वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बनने के बाद भी कई लोग सत्तासुख के लिए आए हैं।
नीतीश कुमार के साथ सत्ता में बैठे ज्यादातर लोग आए गए वाले हैं। ज्यादातर नेता समता पार्टी के दौर से उनके साथ आते जाते रहे, मैं ही सिर्फ ‘आए गए’ वालों में से नहीं हूं।
पार्टी बचाने के लिए अंतिम दम तक लड़ाई लडूंगा : कुशवाहा
कुशवाहा ने साफ लहजे में कहा कि मुख्यमंत्री अभी भी बुलाएंगे तो बात करने जाऊंगा। उन्होंने दावे के साथ यह भी कहा कि वे पार्टी में बुलाने पर ही आए हैं। जब जब पार्टी कमजोर हुई है तब उनकी खोज हुई और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फोन पर बात की है।
कुशवाहा ने पार्टी छोड़ने के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर कहा कि बिहार (Bihar) को इस दौर के खौफनाक मंजर से निकालने के लिए यह करोड़ों लोगों के संघर्ष से पार्टी बनी है।
उन्होंने कहा कि पार्टी बचाने के लिए अंतिम दम तक लड़ाई लडूंगा। उन्होंने मुख्यमंत्री (Chief Minister) से अनुरोध करते हुए यह भी कहा कि वे अपने विवेक से काम करें, नहीं तो पार्टी को हो रहे नुकसान की भरपाई करना मुश्किल हो जाएगा।