रांची: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए पारा शिक्षकों को भी कोविड सेंटर पर ड्यूटी देना पड़ रहा है।
ऐसे में ना उनके पास मास्क है ना सेनीटाइजर है। मोर्चा के सदस्य संजय दुबे ने शुक्रवार को कहा कि पारा शिक्षक एक अल्प मानदेय भोगी है और इनके भविष्य की सुरक्षा के लिए सरकार के द्वारा आज तक कोई पहल नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार जो भी अन्य कर्मी काम कर रहे हैं उनका इंश्योरेंस 50 लाख का किया गया है।
मुख्यमंत्री से आग्रह है कि जिन पारा शिक्षकों को कोविड-19 में ड्यूटी दी जा रही है। उनका भी इंश्योरेंस 5000000 लाख किया जाए।
साथ ही साथ सेंटर पर उपस्थित रहने पर उनके सुरक्षा के लिए जो आवश्यक सामग्री है उसे भी उपलब्ध कराया जाए।
पारा शिक्षकों को सरकार के द्वारा कोई सुविधाएं प्राप्त नहीं होती है।
ऐसे मे कोई घटना घट जाती है तो हमारे परिजनों को देखने वाला कोई नहीं है।
हम लोग बेघर और लाचार हो जाते हैं। राज्य के पारा शिक्षक अपनी राशि को संग्रह कर उनके परिजनों तक पहुंचाने के काम करते हैं।
ऐसे में मुख्यमंत्री से आग्रह होगा कि राज्य में 65 हजार पारा शिक्षकों के भविष्य सुरक्षित करने की कृपा करें।