न्यूयॉर्क: अमेरिका कोविड-19 महामारी के खिलाफ बनी तीसरी वैक्सीन को अपनाए जाने की तैयारियों में जुटा है।
अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन ने सिंगल डोज वाले जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन का जोरदार समर्थन किया है और 26 फरवरी को इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
अमेरिका में फाइजर और मॉडर्ना के आपातकालीन इस्तेमाल को पहले से ही मंजूरी मिली हुई है।
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन सुरक्षित है और कोविड-19 के मध्यम से गंभीर लक्षणों को रोकने में 66 फीसदी कारगर है, जबकि बेहद गंभीर बीमारी के खिलाफ 85 फीसदी कारगर है।
26 फरवरी को एफडीए सलाहकारों की एक स्पेशल टीम इस बात पर चर्चा करेगी कि क्या यहां की जनसंख्या के लिए इसके इस्तेममाल की सिफारिश की जा सकती है या नहीं।
इसके निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए पहले के दो टीकों को मंजूरी दिए जाने की प्रक्रियाओं का अनुपालन किया जाएगा।
अमेरिका में कोरोना से अब तक 500,000 से ज्यादा लोग अपनी जानें गंवा चुके हैं, हालांकि देश में संक्रमण दर में धीरे-धीरे गिरावट देखने को भी मिल रही है।
अब तक 4.45 करोड़ अमेरिकियों को फाइजर और मॉडर्ना की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है और करीब दो करोड़ लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
जॉनसन एंड जॉनसन अमेरिका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका में करीब 44,000 वयस्कों में दो महीने की चिकित्सकीय देखरेख के साथ अपने सिंगल डोज वैक्सीन को परख चुका है।
अमेरिकी एफडीए ने इस वैक्सीन के बारे में कहा, इस विश्लेषण में सुरक्षा के सभी मानक पूरे किए गए हैं और सुरक्षा से संबंधित ऐसे किसी भी चिंताजनक स्थिति की पहचान नहीं की गई, जिससे कि इसके आपातकालीन उपयोग में बाधा उत्पन्न हो।