Dengue Home Remedies : बरसात में Dengue फैलने की संभावनाएं अधिक हो जाती है। Dengue में बुखार होने से मरीज का बहुत कमजोर हो जाता है।
Dengue का इलाज तो संभव है लेकिन इलाज के साथ-साथ कुछ घरेलू नुस्खों के इस्तेमाल से भी डेंगू (Dengue) से निजात पाया जा सकता है।
Home Remedies for Dengue
डेंगू से बचाए पपीता के पत्ते
डेंगू (Dengue) से बचने के लिए पपीते के पत्ते एक प्रभावी इलाज माना गया है। दरअसल, पपीते के पत्ते में कुछ ऐसे गुण होते हैं, जो डेंगू के संक्रमण (Infection) को खत्म करने में कारगर होते हैं।
इसके सेवन के लिए पपीते के पत्तों को धोकर काट लें। अब इन पत्तों को एक गिलास पानी में डाल दें। फिर इन पत्तों मोटा पीसकर एक दरदरा पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को पत्तोंके भिगोए पानी में मिलाकर छानकर पी सें। इससे प्लेटलेट्स काउंट और आपकी इम्युनिटी (Platelets count and immunity) बढ़ने में मदद मिलेगी।
तुलसी के पत्ते
एंटीमाइक्रोबायल गुणों (Antimicrobial Properties) से भरपूर तुलसी के पत्तों के सेवन से भी डेंगू का इलाज करना संभव है। इससे इम्यूनिटी बढ़ाने (Boosting Immunity) में भी मदद मिलती है।
डेंगू के इलाज के लिए तुलसी के पत्तों को 2 ग्राम काली मिर्च के साथ एक कप पानी में उबालकर पी लें, इससे डेंगू से आराम मिलेगा।
मेथी के पत्ते
Dengue के इलाज के लिए मेथी के पत्ते भी बहुत कारगर होते हैं। मेथी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीपायरेटिक गुण मौजूद होते हैं, जो डेंगू बुखार को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इसके लिए एक चम्मच मेथी के सूखे पत्ते लें और इन्हें एक गिलास पानी में उबाल लें। अब उबले पानी को छानकर पिएं, इससे आराम मिलेगा।
गिलोय का जूस
कोरोना वायरस महामारी के दौरान हम सभी गिलोय से अच्छी तरह परिचित हो चुके हैं। यह है डेंगू के इलाज में भी काफी ज्यादा उपयोगी है।
आयुर्वेद में गिलोय को एक अहम स्थान दिया गया है दरअसल गिलोय चयापचय में सुधार करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
डेंगू के मरीजों की अक्सर Platelets (प्लेटलेट्स) गिरने लगती है हालांकि गिलोय का रस इसमें तेजी से सुधार करने में सहायता दे सकता है।
कैसे करना है सेवन
गिलोय की डंडियों को पानी में उबाल लें और इसे रोगी को घुट घुट पिलाते रहें। इसकी मात्रा कितनी होनी चाहिए यह मरीज की प्लेटलेट पर निर्भर करता है। कोशिश करें कि दिन में 3 से 4 बार इसे मरीज को दें।
नीम के पत्ते
नीम के पत्ते भी आयुर्वेदिक औषधि (Ayurvedic Medicine) की तरह इस्तेमाल किए जाते हैं। नीम के पत्ते ब्लड प्लेटलेट्स और श्वेत रंक्त कोशिका प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में कारगर होते हैं।
इसके अलावा नीम के पत्तों में एंटी इंफ्लेमेंटरी, एंटी-पायरेटिक और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। इसका सेवन करने के लिए एक कप पानी में नीम के पत्तों को उबालने के बाद छानकर पिएं।
इसका करें सेवन
1- डेंगू के बुखार से राहत पाने के लिए नारियल पानी खूब पिएं। इसमें मौजूद जरूरी पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और एलेक्ट्रोलाइट्स शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है।
2- तुलसी के पत्तों को गर्म पानी में उबाल लें और फिर इस पानी को पिएं। ऐसा करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। इसे दिन में चार बार पी सकते हैं।
3- डेंगू बुखार में मेथी की पत्तियां उबालकर चाय बनाकर पिएं। ऐसा करने से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और डेंगू का वायरस दूर होता है।
4- पपीते के पत्ते भी काफी असरदार हैं। इसमें मौजूद पपेन शरीर के पाचन को सही रखता है। इसका जूस पीने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं।
5- तुलसी के पत्तों के साथ काली मिर्च को पानी में उबाल लें और पिएं। इससे इम्यून सस्टिम मजबूत होता है और यह एंटी बैक्टीरियल की तरह काम करता है।
Desclaimer : इस लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह का Fitness Program शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने Dr. से परामर्श जरूर लें।