नई दिल्ली: भारतीय नौसेना की सात गोताखोर टीमें रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो के लिए स्टैंडबाय पर हैं।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अनुसार इस घटना में कम से कम 150 लोग मारे गए हैं। रविवार सुबह जोशीमठ के पास ऋषि गंगा नदी में ग्लेशियर के टूटकर गिर जाने से नदी में अचानक बाढ़ आ गई।
भारतीय सेना को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चलाने के लिए राहत कार्यो में लगाया गया है।
जवानों को धौलीगंगा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की ओर भेजा गया है, जहां बड़े पैमाने पर बाढ़ आई थी।
सेना के एविएशन विंग को भी हवाई सर्वेक्षण करने और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सेवा में लगाया गया है।
सेना के एक अधिकारी ने कहा, एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर और दो चीता हेलीकॉप्टर क्षेत्र के लोगों को निकाल रहे हैं।
भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, भारतीय वायु सेना के सी-130 और एएन-32 विमान का इस्तेमाल राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों को एयरलिफ्ट करने के लिए किया जा रहा है।