Haldwani Violence: अचानक हल्द्वानी (Haldwani ) के बनभूलपुरा में भड़की हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक अभी भी Police की गिरफ्त से बाहर है। 280 ठिकानों पर दबिस दी गई और करीब दो हजार लोगों से पूछताछ की गई है।
इसके बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा। उत्तराखंड (Uttarakhand) से लेकर दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई तक पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।
सभी जगहों पर स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सर्कुलर जारी कर दिया गया है। लुकआउट सर्कुलर भी जारी है। जानकारी के अनुसार, मलिक और मोईद की मोबाइल Location बंद चल रही है। ऐसे में पुलिस ने दोनों आरोपियों पर शिकंजा कसने के लिए मुखबिरों का जाल बिछा रखा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद की मोबाइल फोन की Location बंद हो चुकी है। पुलिस के पास अन्य राज्यों और जिलों की पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ मुखबिरों का सहारा ले रही है। अभी तक करीब 11 टीमें लगभग 280 घरों पर दबिश दे चुकी हैं।
सूत्रों की मानें तो मलिक ने अपने आर्थिक साम्राज्य के चलते देश के कई महानगरों में मजबूत संबंध बनाए हुए हैं। ऐसे में पुलिस देश के आर्थिक महानगर माने जाने वाले शहरों में भी उसकी तलाश कर रही है।
वांछित आरोपी मलिक और उसके बेटे मोईद के खिलाफ Lookout नोटिस जारी हो चुका है। बाप-बेटे के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। पुलिस दोनों वांटेड आरोपियों की गिरफ्तारी (Arrest) के लिए अपना शिकंजा लगातार मजबूत करती जा रही है। इन दोनों आरोपियों की पत्नियां भी घर पर नहीं हैं।
Nainital पुलिस ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए इनके संभावित ठिकानों वाले दूसरे राज्यों और अन्य जिलों में सर्कुलर जारी कर दिया है। इन जिलों में वहां की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने भी इनकी तलाश शुरू कर दी है।
नैनीताल के SSP पीएन मीणा (SSP PN Meena) ने कहा, पुलिस नौ में से पांच वांटेड आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब्दुल मलिक और मोईद की तलाश लगातार जारी है। हमारी टीमें दबिश दे रही हैं। जल्द ही मलिक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।8 फरवरी को हुई वनभूलपुरा की हिंसा के बाद तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए।
अतिक्रमण हटाने के बाद भड़की हिंसा की घटना की जांच सीओ लालकुआं संगीता, मुखानी थानाध्यक्ष के सरकारी वाहन को फूंकने सहित अन्य आरोपों की जांच Inspector Harendra Chaudhary और नगर निगम की ओर से दर्ज कराए गए तीसरे मुकदमे की जांच थाना चोरगलिया के SO भगवान महर कर रहे हैं। तीनों जांच अधिकारियों की निगरानी में पांच से ज्यादा पुलिस टीमें काम कर रही हैं। फिर भी अभी पूरी कामयाबी नहीं मिली है।