रांची: झारखंड में वैक्सीन का कुल 82652 डोज उपलब्ध है, जो मंगलवार को राज्य के विभिन्न जिलों में लोगों को लगाया गया।
बुधवार के लिए हमारे पास डोज नहीं है लेकिन हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार मंगलवार की देर शाम या बुधवार की सुबह तक हमें वैक्सीन की डोज उपलब्ध करा देगी।
इसे लेकर केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण सिंह ने इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा है।
स्वास्थ्य विभाग के नोडल पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक वैक्सीन का 6771783 डोज लगाया जा चुका है।
किसी भी राज्य का टूरिज्म सेक्टर महत्वपूर्ण होता है। टूरिज्म को उद्योग का दर्जा भी प्राप्त है।
यह रोजगार पैदा करता है। यह सेक्टर कोविड-19 से प्रभावित हुआ है। कोविड का दूसरा चरण खत्म हो रहा है वैक्सीनेशन बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार टूरिज्म सेक्टर को खोलने की तैयारी कर रही है।
इसे लेकर टूरिज्म से जुड़े लोग टूर ऑपरेटर, कैब ड्राइवर, टूरिस्ट गाइड, होटल स्टाफ और अन्य सभी को वैक्सीनेट किया जाए।
इसे लेकर केंद्र सरकार की ओर से निर्देश मिला है जिसके बाद राज्य के सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि इसे प्राथमिकता के तौर पर करें।
उन्होंने बताया कि पहले दिव्यांगता प्रमाण पत्र सिविल सर्जन कार्यालय से ऑफलाइन लिया जाता था।
केंद्र सरकार ने इसमें बदलाव लाया है। अब यह यूनिक डिसेबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) पोर्टल से प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
राज्य के महिला बाल विकास विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग से जुड़े पदाधिकारियों को मंगलवार को 11 से दो बजे तक भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया।
सभी सिविल सर्जनों को निर्देशित किया गया था कि इसमें भाग ले।
उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को खतरा है। इसे देखते हुए सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि वह मास्क मीडिया, पोस्टर, पंपलेट, बैनर के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएं।
अभियान के माध्यम से कोविड-19 समुचित व्यवहार बताएं, टीका की भ्रांतियों को दूर करें। पंचायत लेवल के कर्मी शिक्षक, सहिया, जलसहिया, आंगनवाड़ी सेविका पंचायत में ग्रुप बनाएं।
जिसमें 40- 50 लोगों का ग्रुप बने और एमआईसी द्वारा प्रशिक्षित किया जाए।
यह ग्रुप पंचायत में घूम घूम कर 18 से कम वर्ष के बच्चों के अभिभावकों को बताएं कि कोविड में कैसे व्यवहार करें।
इसे लेकर भी जिलों को पत्र भेजा जा रहा है।