नई दिल्ली : रेलवे की ओर से एक सर्कुलर में बताया गया है कि अगले 6 महीनों के लिए वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) में पैकेज्ड फूड सर्व (Packaged Food Serve) नहीं किया जाएगा।
रेलवे ने ये फैसला हेल्थ हाइजीन और कंज्यूमर रिस्पॉन्स (Health Hygiene and Consumer Response) के बाद लिया है। इस सुविधा को एयरलाइंस की तर्ज पर ट्रायल बेसिस पर शुरू किया गया है।
रेल मंत्रालय की ओर से यात्रियों के सुझाव और शिकायतों के आधार पर ये कदम उठाया गया है। रेलवे ने अपने सर्कुलर में बताया कि ऐसा देखा गया है कि बेकरी प्रोडक्ट, वेफर्स, कन्फेक्शनरी आइटम, कोल्ड ड्रिंक्स जैसी चीजों की बिक्री पर पैसेंजर्स की काफी शिकायतें बढ़ रही हैं।
पेड वस्तुओं की बिक्री की अनुमति बंद कर दी जाएगी
रेलवे के मुताबिक ट्रेन के अंदर फेरीवालों के आने की वजह से होने वाली समस्या, रस्ते में खाद्य पदार्थों का ज्यादा भंडारण और दरवाजों का बार-बार खुलने से यात्रियों को असुविधा होती है।
इन बातों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है कि वंदे भारत ट्रेनों में 6 महीने के लिए पायलट आधार पर पेड वस्तुओं की बिक्री (Sale of Paid goods) की अनुमति बंद कर दी जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक रेल मंत्रालय ने IRCTC को यह भी निर्देश दिया है कि वह Round trip के लिए रेल नीर बोतलबंद पानी की दोहरी आपूर्ति का स्टॉक न किया जाए।
24 से 48 घंटे पहले भेजा जाएगा SMS
इससे ज्यादा जगह लगती है। बोतलों को अब एक ही यात्रा के लिए स्टॉक किया जाएगा और फिर से भरा जाएगा। रेलवे के मुताबिक अब खानपान सेवाओं के संबंध में पैसेंजर्स को प्री बुकिंग करनी होगी।
वंदे भारत में ट्रैवल के 24 से 48 घंटे पहले पैसेंजर्स को पुन: पुष्टि के लिए SMS भी भेजा जाएगा। जो लोग प्रीपेड भोजन का विकल्प नहीं चुनते हैं, उनसे ट्रेन में ऑर्डर करने और भोजन उपलब्ध होने पर 50 रुपए अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। ये SMS पैसेंजर्स को भोजन और परोसे जाने वाले भोजन की मात्रा के बारे में भी सूचित करेगा।