वाराणसी: ज्ञानवापी शृंगार गौरी मामले में लगातार दूसरे दिन रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मस्जिद परिसर का सर्वे किया गया।
कोर्ट कमिश्नर और दोनों पक्षों की मौजूदगी में टीम ने मस्जिद के भीतर और ऊपर के कमरों, पश्चिम दीवार और गुंबदों का सर्वे किया। इस दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी हुई।सर्वे सोमवार को भी जारी रहेगा।
टीम ने वीडियोग्राफी की रिकॉर्डिंग कोर्ट कमिश्नर को सौंप दी। इसके बाद टीम को काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट से कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना किया गया। आज मस्जिद के ऊपरी हिस्से की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई है।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के निर्देश पर अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने पहले से ऊपर के कमरों के ताले खुलवा दिए थे।
टीम ने चारों कमरों का सर्वे किया। तहखाने में जिला प्रशासन ने ही प्रकाश की व्यवस्था कराई। तहखाने के पुराने खम्भों, दरवाजों और दीवारों को मापा गया।
खम्भों पर उभरी आकृतियों पर जमी धूल को हटाया गया। जिलाधिकारी के मुताबिक रविवार को भी कोर्ट कमिश्नर की मौजूदगी में सभी पक्षकारों की उपस्थिति में प्रातः 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सर्वे किया गया।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के श्रद्धालुओं को ढूंढी राज गणेश और गंगा नदी द्वार के माध्यम से प्रवेश देते हुए ज्ञानवापी के संयुक्त द्वार नंबर 4 को जन सामान्य के प्रवेश को चार घंटे बंद रखा गया।
जिलाधिकारी शर्मा के मुताबिक सर्वे का हिस्सा प्रतिवादी पक्षकार उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अपर जिलाधिकारी प्रशासन, जिलाधिकारी वाराणसी की ओर से अपर जिलाधिकारी नगर, पुलिस आयुक्त वाराणसी की ओर से अपर उपायुक्त और काशी विश्वनाथ ट्रस्ट की ओर से मुख्य कार्यपालक अधिकारी बने।
शर्मा ने बताया कि सभी पक्षों ने न्यायालय के आदेश का पालन किया। कोर्ट कमीशन के निर्देशानुसार टीम को पर्याप्त रोशनी के संसाधन, सूचना विभाग के वीडियो और फोटोग्राफर, प्राधिकरण के ड्राफ्ट्समैन, तहसील के राजस्वकर्मी, मजदूर व अन्य निर्देशित सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। कोर्ट कमीशन ने कहा है कि सर्वे सोमवार को भी किया जाएगा। इसके लिए सुबह 8 बजे सभी पक्षकार उपस्थित रहें।
ज्ञानवापी के दूसरे दिन के सर्वे के दौरान सुरक्षा सख्त रही। परिसर से लगभग एक किलोमीटर दूर तक आवागमन प्रतिबंधित रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवान मुस्तैद रहे।
कई जगह बैरिकेडिंग की गई । काशी विश्वनाथ मंदिर के गोदौलिया से गेट नंबर-4 ज्ञानवापी तक पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश पैदल गश्त करते रहे।
न्यायालय ने आदेश दिया कि सर्वे कार्य में बाधा नहीं आनी चाहिए
ज्ञानवापी के आसपास लगभग 1500 पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे। 500 मीटर के दायरे में मकानों के छतों पर सुरक्षा कर्मी चौकस रहे। पूरे चार घंटे क्षेत्र की दुकानें भी बंद रहीं।
ज्ञानवापी परिसर स्थित शृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन और परिसर में स्थित अन्य विग्रहों को सरंक्षित करने के लिए दिल्ली की राखी सिंह, वाराणसी की मंजू व्यास, सीता साहू, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी ने 18 अगस्त, 2021 को वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में याचिका दाखिल की थी। 26 अप्रैल को कोर्ट ने परिसर का सर्वे कराने का आदेश जारी किया।
न्यायालय ने अधिवक्ता कमिश्नर नियुक्त किया। कोर्ट के आदेश पर 06 मई को पहली बार ज्ञानवापी का सर्वे कोर्ट कमिश्नर की देखेरख में किया गया।
दूसरे दिन सात मई को सर्वे टीम का मुस्लिम पक्ष ने विरोध किया। न्यायालय में प्रतिवादी पक्ष ने वकील कमिश्नर को बदलने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की।
तीन सुनवाई के बाद न्यायालय ने प्रतिवादी की आपत्ति को खारिज करते हुए 12 मई को आदेश जारी किया कि कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार नही बदले जाएंगे।
अब उनके साथ विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह और सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह सर्वे में मौजूद रहेंगे।
न्यायालय ने आदेश दिया कि सर्वे कार्य में बाधा नहीं आनी चाहिए। मस्जिद परिसर में ताला खोलकर या तोड़कर सर्वे पूरा कराया जाए। इसमें बाधा डालने वालों पर एफआईआर दर्ज कर सख्त विधिक कार्रवाई का भी आदेश दिया।