रांची: बेड़ो की स्वास्थ्य कर्मी से दुष्कर्म के प्रयास मामले में गिरफ्तार आरोपित गणेश महली को पुलिस ने गुरुवार को कोविड-19 की जांच के बाद जेल भेज दिया है।
वहीं, गणेश के परिजन बुधवार से ही उसे निर्दोष बताकर गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। गुरुवार को भी गणेश के परिजन ग्रामीणों के साथ बेड़ो थाना के गेट पर पहुंचे और उसे निर्दोष बताया। मामले को लेकर परिजनों ने थाना के गेट के समीप सड़क को जाम कर दिया।
इस मामले में बेड़ो डीएसपी रजत माणिक बाखला ने लोगों को समझा-बुझाकर सबूत दिखाकर वापस घर भेजा।
डीएसपी ने बताया कि गणेश महली को पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा कि बुधवार को भी उसके परिजनों को घटना के वक्त पहना हुआ जैकेट, जूता आदि का मिलान कर दिखा दिया गया था। इसके अलावा आरोपित के घर से नर्स की जूती भी बरामद की गई है।
डीएसपी ने बताया कि पीड़िता ने भी आरोपित की पहचान की है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि वह ड्यूटी के लिए जा रही थी। उसी समय रात में आरोपित ने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया।
विरोध करने पर उसने उसके साथ मारपीट भी की थी। इन सभी साक्ष्यों के बाद ही पुलिस ने उसे आरोपित मानते हुए गिरफ्तार किया और बेड़ो में पीड़िता के साथ घटी घटना के विरोध में रांची के सदर अस्पताल के अलावा कई स्वास्थ्य केंद्र में गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था।
विरोध कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को पुलिस ने 24 घंटे में गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित गणेश महली को बुधवार को गिरफ्तार किया था।