न्यूज़ अरोमा रामगढ़: जिले की बरकाकाना रेलवे साइडिंग पर नए तरीके से काम कर रही कंपनी किस्को कंस्ट्रक्शन के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
शुक्रवार को सुबह हुए बवाल के बाद ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और ग्रामीणों के बीच वार्ता शुरू हुई थी।
9 घंटे तक चली वार्ता विफल हो गई। बैठक से लौटे ग्रामीणों ने जब यह बात लोगों को बताई तो लोग एक बार फिर भड़क गए।
शुक्रवार की शाम बरकाकाना, पोचरा, तेलियातू सहित पांच गांव के ग्रामीण रेलवे साइडिंग पर पहुंच गए।
वहां उन्होंने एक बार फिर बवाल काटा। रेलवे साइडिंग पर मौजूद पुलिस पदाधिकारियों ने ग्रामीणों पर लाठियां चटकाई।
इस दौरान ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और ग्रामीणों की तरफ से कई लोगों को चोटें आई हैं। लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए।
ग्रामीणों को रामगढ़ विधायक ममता देवी और बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने अपना समर्थन दिया है।
रात में दोनों ही विधायक बरकाकाना पहुंची और ग्रामीणों के साथ बैठक की इस दौरान दोनों विधायकों ने कहा कि जब तक ट्रांसपोर्टिंग कंपनी ग्रामीणों के साथ वार्ता कर समस्या को हल नहीं करती है, तब तक रेलवे साइडिंग पर लोडिंग अनलोडिंग का काम शुरू नहीं होने दिया जाएगा।
दोनों विधायक के हस्तक्षेप के बाद बरकाकाना रेलवे साइडिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
पतरातू एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो ने बताया कि रात होने की वजह से सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, ताकि ग्रामीण सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचा सकें। लेकिन अचानक भीड़ भड़क उठी।
जिसे शांत कराने के लिए पुलिस को थोड़ी सख्ती बरतनी पड़ी है। उन्होंने किसी के भी घायल होने से इनकार किया है।