Virtual Meeting of Project Impact Cell: राज्य के विभिन्न जिलों में प्रयास सह प्रोजेक्ट इंपैक्ट (NEP) के अनुश्रवण की टीम ने गुरुवार को भी निरीक्षण किया।
इसी के साथ राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने Project Impact कोषांग की वर्चुअल बैठक करते हुए पदाधिकारियों को कई-निर्देश दिए।
आदित्य रंजन ने कहा कि स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार के लिए लापरवाह शिक्षकों, पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है। यह संदेश जाना अनिवार्य है कि स्कूल के प्राध्यापक, वार्डन या टीचर किसी को भी बच्चों की जान और ज्ञान से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने अनुश्रवण पदाधिकारियों को हर हाल में लक्षित विद्यालयों का निरीक्षण पूरा कर Report सौंपने का निर्देश दिया। रंजन ने कहा कि जहां भी कार्रवाई की आवश्यकता है, उसकी अनुशंसा मुख्यालय को अवश्य भेजें।
रांची के TVS स्कूल के विरुद्ध करवाई
रांची के जगन्नाथपुर स्थित TVS CM उत्कृष्ट विद्यालय की पूर्व प्रभारी प्राध्यापिका वाचा सरोंन तिग्गा को स्कूल में अनुशासनहीनता का दोषी पाते हुए उनके विरुद्ध शोकॉज जारी किया गया है। अनुश्रवण दल के पदाधिकारी जब स्कूल में निरीक्षण करने गए तब वाचा सरोंन तिग्गा स्कूल में अनुपस्थित पायी गयी।
उनके द्वारा विभिन्न कारणों का उल्लेख करते हुए 15 दिन से अधिक का अवकाश लेने का मामला सामने आया है। जिसके बाद अनुश्रवण के लिए गए प्रशासी पदाधिकारी श्री जयंत मिश्रा द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को वाचा तिग्गा के आकस्मिक अवकाशों की वैद्यता की जांच सक्षम प्राधिकार से कराने का निर्देश दिया गया है।
निरीक्षण के क्रम में यह भी सामने आया है कि पूर्व प्रभारी प्राध्यापिका वाचा तिग्गा द्वारा अबतक वर्तमान प्रभारी प्राध्यापिका को पूर्ण प्रभार नहीं सौंपा गया है, साथ ही विद्यालय कोष में गड़बड़ी का मामला भी प्रकाश में आया है।
इसी स्कूल के सहायक शिक्षक इफ़्तेख़ार आलम (स्नातक प्रशिक्षित) की प्रतिनियुक्ति रद्द करने का आदेश दिया गया है। इफ़्तेख़ार आलम की प्रतिनियुक्ति SS 2 हाई स्कूल, ककरिया, लापुंग से TVS CM उत्कृष्ट विद्यालय, जगन्नाथपुर में की गयी थी।
मगर अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों ने इफ़्तेख़ार आलम को प्रतिनियुक्ति के नियमों का पालन करने में लापरवाही बरतने का दोषी पाया। जिसके बाद उनकी प्रतिनियुक्ति रद्द करते हुए उन्हें पुनः SS 2 उच्च विद्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया गया है।
दो जिलों के तीन स्कूलों को शोकॉज
राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण के क्रम में दो जिलों के तीन स्कूलों में लापरवाही और अनुशासनहीनता का मामला प्रकाश में आया है। साहिबगंज के कन्या पोखरिया स्थित मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका और TGT शिक्षक के विरुद्ध शोकॉज जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, कन्या पोखरिया की प्रभारी प्रधानाध्यापिका श्रीमती सुमना रॉय को शोकॉज जारी किया गया है। उत्कृष्ट विद्यालयों में 80 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति से संबंधित तय मानकों के पालन के प्रति उदासीनता बरतने का दोषी पाते हुए उन्हें दो दिन के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया गया है।
स्कूल के ही TGT शिक्षक ललन कुमार को अनुश्रवण पदाधिकारियों के समक्ष आचरण संहिता एवं कर्तव्यहीनता का दोषी पाया गया। मामले में उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है।
जमशेदपुर के भालूबासा स्थित हरिजन उच्च विद्यालय में अनुश्रवण के लिए गए जांच दल के पदाधिकारियों ने स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक को Show Cause करते हुए स्कूल में बच्चो की कम उपस्थिति, स्कूल परिसर एवं शौचालय की साफ़ सफाई में लापरवाही का कारण पूछा है।
जमशेदपुर के ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी मध्य विद्यालय, मानगो के प्रभारी प्राचार्य को भी शोकॉज किया गया है।
अनुश्रवण के लिए गयी टीम ने पाया कि स्कूल में कुल 370 बच्चे नामांकित है, जबकि प्रार्थना सभा में केवल 22 बच्चे उपस्थित थे। अनुश्रवण पदाधिकारियों ने इसे अत्यंत गंभीर विषय माना और तत्काल कार्रवाई करते हुए स्कूल के प्रभारी प्राचार्य को शोकॉज जारी किया है।
गढ़वा के अनियमितता, जांच का आदेश
गढ़वा में अनुश्रवण के दौरान निरीक्षण के लिए जिले में गए पदाधिकारियों के संज्ञान में गढ़वा जिला के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं लेखा पदाधिकारी के द्वारा गत माह में समग्र शिक्षा के तहत संचालित गतिविधियों, कार्यक्रमों, प्रखंड स्तरीय विद्यालयों एवं कार्यालयों के कार्यन्वयनों में अनियमितता एवं त्रुटियों का मामला प्रकाश में आया।
अनुश्रवण टीम ने प्रखंड,मविद्यालय स्तर पर उप आवंटित की गयी व्यय राशि की जांच हेतु ADPO, गढ़वा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। उक्त दल को जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट राज्य शिक्षा परियोजना को भेजने का निर्देश दिया गया है।
अबतक 246 स्कूलों का हुआ है औचक निरिक्षण, जारी रहेगा अभियान
राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक के निर्देशानुसार स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार एवं प्रोजेक्ट इंपैक्ट की समीक्षा के लिए राज्य अनुश्रवण पदाधिकारियों द्वारा अबतक 246 सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण किया जा चुका है।
कई विद्यालयों में कार्य संतोषजनक मिला, जबकि कई विद्यालयों में लापरवाही और अनुशासनहीनता का मामला प्रकाश में आने के बाद कार्रवाई की गयी है। अनुश्रवण पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न जिलों के सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण अभी जारी रहेगा।