Kiren Rijiju: भारतीय हिमालयी नालंदा बौद्ध परंपरा परिषद (IHCNBT) की पहली आम सभा नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। इस सभा में बौद्ध धर्म से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश बुद्ध की भूमि है और पूरी दुनिया इसे बुद्ध की भूमि के रूप में जानती है। एक महान राष्ट्र के रूप में मोदी सरकार ने नालंदा परंपरा को संरक्षित करने की दिशा में अहम कदम उठाए हैं।
भारत ने बौद्ध धर्म के जरिए से पूरी दुनिया में शांति का संदेश दिया। विशेष रूप से हिमालयन बेल्ट में शांति बनाए रखने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
रिजिजू ने कहा…
उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक (Wakf Amendment Bill) लोकसभा में पेश होने के बाद इसे राज्यसभा में लाया जाएगा। रिजिजू ने साफ कहा कि हम इस विधेयक पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
मुस्लिम संगठन भी जानते हैं कि यह विधेयक मुसलमानों की संपत्ति हड़पने के लिए नहीं है। इसके जरिए से पारदर्शिता बढ़ेगी और गरीबों और महिलाओं को इसका लाभ होगा।
यह व्यवस्था के लिए है, न कि किसी की संपत्ति छीनने के लिए। उन्होंने कहा कि वक्फ आज एक राजनीतिक विषय बन चुका है। एक समुदाय शांति की कामना करता है, जबकि दूसरा अशांति फैलाने की कोशिश करता है। लोग समझ रहे है कि इस तरह की मांग बेबुनियाद और संविधान के खिलाफ है।
भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां नागरिकों के अधिकारों का कोई उल्लंघन नहीं कर सकता। दलाई लामा (Dalai Lama) को भारत रत्न देने की संभावनाओं पर रिजिजू ने कहा कि इस पर सरकार ही फैसला लेगी।