Kidney stone :हम रोजाना जो भी खाते-पीते हैं या अन्य दैनिक क्रियाकलाप (Daily Activities) करते हैं इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है।
आज की तेजी से बदलती जीवनशैली हमारे शारीरिक और मानसिक विकास (Physical And Mental Development) को काफी प्रभावित कर रही है।
ऐसे समय में जरा सी भी लापरवाही हमारे लिए बहुत खतरनाक हो सकती है। खराब जीवनशैली कई बीमारियों को न्यौता देती है। किडनी स्टोन (Kidney Stone Symptoms) भी इन्हीं स्वास्थ्य रोगों में से एक है।
खान-पान की गलत आदतों के कारण इस समस्या को झेलना पड़ता है। इस बीमारी को मेडिकल भाषा में नेफ्रोलिथियासिस या यूरोलिथियासिस (Nephrolithiasis Or Urolithiasis) कहते हैं। इस बीमारी की जल्द पहचान और इलाज फायदेमंद होता है।
किडनी स्टोन में होती है ये परेशानियां
इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के गुर्दे में पथरी बन जाती है। जब किडनी स्टोन शरीर में धीरे-धीरे बनने लगता है तो ब्लैडर में रुकावट आ जाती है और परिणामस्वरूप संबंधित व्यक्ति को पेशाब करते समय जलन, तेज दर्द जैसी कई समस्याओं और लक्षणों का अनुभव होता है।
यह बहुत ही दर्दनाक स्थिति होती है। सीधे शब्दों में कहें तो गुर्दे की पथरी सीधे आपके मूत्र पथ (Urinary tract) को प्रभावित करती है।
शरीर में पथरी बनने के अलग-अलग कारण होते हैं। लेकिन अगर हमारे शरीर में मिनरल्स और साल्ट (Minerals and Salts) की मात्रा बढ़ जाए तो किडनी स्टोन शरीर में बनने लगता है।
मुख्यत: गुर्दे की पथरी के चार प्रकार के होते हैं
– स्ट्रवाइट स्टोन
– कैल्शियम स्टोन
– सिस्टीन स्टोन
– यूरिक ॲसिड स्टोन
गुर्दे की पथरी के लक्षण
– पेशाब करते समय दुर्गंध आना
– पेशाब करते समय खून आना
– बुखार के साथ उल्टी होना
– मूत्र पथ के संक्रमण
– सामान्य स्तर से अधिक पेशाब आना
– पेशाब करते समय दर्द होना
पर्याप्त मात्रा में पीजिए पानी
अक्सर लापरवाही के कारण हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हम इस दौड़ भाग से भरी जिंदगी में अपना सेहत कहीं ख्याल रखना भूल जाते हैं।
पानी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से न केवल आपका शरीर हाइड्रेट (Hydrate) रहता है बल्कि गुर्दे की पथरी का खतरा भी कम होता है।
दरअसल, शरीर में पानी की कमी से कई बार किडनी में पथरी (Kidney Dtone) हो सकती है। इसके अलावा सिस्टिक फाइब्रॉएड, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज और ट्यूबरस एसिडोसिस जैसी बीमारियां भी किडनी स्टोन का कारण बन सकती हैं। वहीं महिलाओं में एस्ट्रोजेन की कमी होती है उनमें गुर्दे की पथरी होने की संभावना सबसे अधिक होती है।