प्रयागराज : अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ अहमद (Ashraf Ahmed) की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों से पूछताछ अभी जारी है। पुलिस (UP Police) पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं।
सूत्रों का दावा है कि हमलावरों ने अपने बारे में पुलिस को झूठी जानकारी दी है। उन्होंने Police को बताया था कि उनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मुकदमा (Criminal Trial) दर्ज नहीं है। हालांकि अभी भी कई पहलुओं पर उनसे पूछताछ की जा रही है।
अतीक और अशरफ की हत्या कर डॉन बनना चाहते थे
अतीक अहमद के हत्यारों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह कभी Jail नहीं गए। लेकिन तफ्तीश में यह बात सामने आ रही है कि कुछ हमलावर जेल जा चुके हैं। इनके खिलाफ केस भी दर्ज हैं।
पुलिस की सख्ती के बाद उन्होंने बयान दिया है कि अतीक और अशरफ की हत्या (Murder) कर वह डॉन बनना चाहते थे। अतीक की तरह ही अपराध की दुनिया में अपना सिक्का जमाना चाहते थे और इसी वजह से इस वारदात को अंजाम दिया है।
क्या बोले आरोपी?
पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया है कि डॉन बनने के फेर में वारदात को अंजाम दिया था। दो दिन से रेकी कर रहे थे। जिस दिन अतीक और अशरफ अहमद को पुलिस की कस्टडी में दिया गया, उसी दिन प्रयागराज (Prayagraj) आ गए थे।
आरोपियों ने बताया कि हमारे बेगुनाह भाईयों लोगों की अतीक और अशरफ़ हत्या करता रहा है। हालांकि आशंका जताई जा रही है कि दोनों इस हत्याकांड को धार्मिक रंग (Religious Colors) देने की कोशिश कर रहे हैं।
हमने धर्म का काम किया है। अन्याय का अंत किया है। उधर, तीनों हत्यारों से पूछताछ करने वाली क्राइम ब्रांच की टीम ने बांदा, हमीरपुर और कासगंज (Hamirpur and Kasganj) के पुलिस कप्तानों से आरोपियों के बैकग्राउंड और क्रिमिनल रिकॉर्ड का जानकारी मांगी है।