Dumka: विधानसभा चुनाव के लिए हर स्तर पर भाजपा ने अभी से कमर कसनी शुरू कर दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का कहना है कि संथाल परगना में आदिवासियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है, जबकि मुसलमानों की संख्या बढ़ती जा रही है।
ऐसा क्यों हो रहा है, चंपाई सोरेन की सरकार को एसआईटी बनाकर इसकी जांच करानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हम काफी मजबूत हैं। हम झारखंड मुक्ति मोर्चा को आटा-दाल का भाव पता करवा देंगे।
सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी आज दुमका पहुंचे। यहां उन्होंने बड़ा बांध चौक स्थित सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री लुइस मरांडी समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद थे। प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सिदो, कान्हू, चांद, भैरव, फूलो व झानो के नेतृत्व में 1855 में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आंदोलन किया गया था।
उन्होंने कहा कि आज हम उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प ले रहे हैं, लेकिन दुख की बात यह है कि संथाल परगना में आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है। यह भाजपा का नहीं, बल्कि सरकार की जनगणना का आंकड़ा है। आंकड़ों की कॉपी लहराते हुए उन्होंने कहा कि 1951 में संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी कुल आबादी का 44.67% थी, जो 2011 की आबादी में घटकर सिर्फ 28.11% रह गई.
अगर मुस्लिम आबादी की बात करें, तो 1951 में यह संख्या सिर्फ 09% थी, जो 2011 में बढ़कर 22.73% हो गई। ऐसा क्यों हुआ। इसकी व्यापक स्तर पर जांच सरकार को करानी चाहिए।