Weather took a turn in Jharkhand, rain accompanied by strong winds: झारखंड की राजधानी रांची में मौसम ने अचानक करवट ली है।
तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है। वहीं, पलामू सहित राज्य के कई जिलों में ओलावृष्टि भी हुई है।
मौसम विभाग ने पहले ही इस बदलाव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया था, जिसके प्रभाव अब साफ दिखाई दे रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी बिहार से विदर्भ तक एक टर्फलाइन बनी हुई है। इसके अलावा, पूर्वी बिहार में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है।
इसका असर झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहा है। इस मौसमी गतिविधि के चलते राज्य में बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया है।
10-12 अप्रैल तक ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 10 से 12 अप्रैल तक झारखंड के कई इलाकों में वज्रपात और ओलावृष्टि के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानी बरतने की अपील की है। खासकर खुले इलाकों में रहने वालों को वज्रपात से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
11 और 12 अप्रैल को गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार जिलों में बारिश के साथ गर्जन और 30 से 40 KM प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। वहीं, राज्य के अन्य जिलों में बारिश और गर्जन के साथ हवाओं की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
पलामू में ओले गिरने से किसानों को नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है।
यह मौसमी बदलाव जहां गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत लेकर आया है, वहीं तेज हवाओं और वज्रपात के कारण सावधानी बरतना भी जरूरी हो गया है। मौसम विभाग ने स्थिति पर नजर रखने और समय-समय पर अपडेट जारी करने की बात कही है।