कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनावों के औपचारिक ऐलान होने में भले ही अभी समय लग रहा हो, लेकिन राजनीतिक दलों और उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया कैंपेन तेज कर दिया है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर से अब तक करीब तीन करोड़ रुपये के विज्ञापन सिर्फ बंगाल से जुड़े फेसबुक पेज पर दिए जा चुके हैं।
पिछले तीन महीने में ममता बनर्जी के समर्थन और मोदी विरोधी फेसबुक पेज पर विज्ञापनों की रफ्तार तेज कर दी गई है। हालांकि, सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला शब्द बीजेपी है।
फेसबुक एड लाइब्रेरी के आंकड़ों के मुताबिक 20 नवंबर से 17 फरवरी 2021 के दौरान फेसबुक विज्ञापन के मामले में पश्चिम बंगाल टॉप पर है। यही नहीं इस खर्च में राजनीतिक दल ही सबसे ऊपर हैं।
तीन महीनों में ममता समर्थक पेज ‘बांगलार गोरबो ममता’ के करीब 96 लाख रुपए खर्च कर विज्ञापन चलाए जा रहे हैं। वहीं भाजपा ने भी इससे मुकाबले के लिए खास चुनावी फेसबुक पेज बनाए हैं।
इसके तहत ‘अमार पॉरिबार बीजेपी पॉरिबार’ में 33 लाख रुपए की रकम खर्च की जा रही है।
साथ ही एक और भाजपा समर्थित पेज ‘आर नोई अन्नाय’ के जरिए भी करीब 30 लाख रुपए का खर्च किया जा रहा है। कांग्रेस की तरफ से तीन महीने के भीतर खर्च के नए आंकड़े अभी दिखने शुरू नहीं हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा विरोधी पेजों पर भी खर्च के मामले में तेजी देखी जा रही है।
व्यंगात्मक लहजे में पोस्ट करने के नाम पर बने पेज ‘खोटिकारोक मोदी’ पर पिछले 3 महीने में 51 लाख रुपए से ज्यादा विज्ञापन पर खर्च किए जा चुके हैं।
पिछले तीन महीने में फेसबुक विज्ञापनों पर खर्चा बढ़ा है। फरवरी 2019 से अब तक हुए कुल खर्च में से आधा सिर्फ तीन महीने में ही हुआ है।
दो साल में फेसबुक पर 87.4 करोड़ रुपए खर्च कर 6 लाख से ज्यादा विज्ञापन दिए जा चुके हैं। पिछले दो साल के आंकड़ों को देखा जाए तो वैसे तो भाजपा ही सबसे ज्यादा खर्च करने वाली पार्टी है।
भाजपा ने 4.6 करोड़ रुपए खर्च कर 2680 विज्ञापन दिए हैं, लेकिन बंगाल चुनाव के देखते हुए ममता बनर्जी के समर्थन में चलाए जा रहे पेज बांगलार गोरबो ममता नाम का पेज भी पीछे नहीं है।
यहां दो साल में 2.1 करोड़ रुपए खर्च कर 1378 विज्ञापन दिए गए हैं।
सर्च के मामले में बीजेपी सबसे आगे है। एक हफ्ते में इसे 50 हजार से ज्यादा बार सर्च किया गया है। वहीं, टॉप 5 दूसरे और तीसरे नंबर पर लोग सोशल मीडिया मार्केटिंग और रियल एस्टेट सर्च करते हैं।
इसके बाद चौथे और पांचवें पायदान पर नरेंद्र मोदी और मोदी शब्द सर्च के मामले में आगे है।