नई दिल्ली: रूस के विदेश मंत्री एंतन सिलुआनोव ने कहा है कि पश्चिमी देश चीन पर इस बात का दबाव डाल रहे हैं कि वह रूस के युआन भंडार तक अपनी पहुंच सीमित कर दे।
उन्होंने बताया कि रूस के स्वर्ण और विदेशी मुद्रा भंडार का कुछ हिस्सा युआन में है।
रूस के सरकारी चैनल आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के साथ आपसी व्यापार को सीमित करने के लिए पश्चिमी देश चीन पर दबाव बना रहे हैं।
इसके साथ ही युआन भंडार तक रूस की पहुंच सीमित करने का भी दबाव चीन पर है।
उन्होंने कहा कि वह साझेदारी के माध्यम से चीन के साथ सहयोग जारी रखने की उम्मीद करते हैं।
सिलुआनोव ने कहा कि उनके देश ने सार्वजनिक ऋण के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं छोड़ी है और वह इसका भुगतान तब तक रूबल में करेगा, जब तक कि पश्चिमी देश उसके स्वर्ण और विदेशी मुद्रा भंडार को मुक्त नहीं करते।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों के कारण रूस का करीब 300 अरब डॉलर का स्वर्ण और विदेशी मुद्रा भंडार फ्रीज है।
उन्होंने कहा कि रूस के पास करीब 640 अरब डॉलर का भंडार है, जिसमें से 300 अरब डॉलर का भंडार ऐसी स्थिति में है कि वह उसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है।