नई दिल्ली: मेटा (Meta) के स्वामित्व वाले ऐप ‘व्हाट्सएप’ (Whatsapp) ने फरवरी महीने में 45 लाख से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगाया।
यह आंकड़ा पिछले महीने में प्रतिबंधित खातों की संख्या से काफी अधिक है। Whatsapp ने भारत के बारे में अपनी मासिक रिपोर्ट (Monthly Report) में यह जानकारी दी है।
बताते चलें Whatsapp ने जनवरी में 29 लाख, दिसंबर में 36 लाख और नवंबर में 37 लाख खातों पर प्रतिबंध लगाया था।
दुरुपयोग को रोकने के लिए…
उपयोगकर्ता सुरक्षा (User Security) संबंधी इस रिपोर्ट में उपयोगकर्ताओं (Users) से मिली शिकायतों और उनपर Whatsapp की ओर से की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया गया है।
साथ ही App के दुरुपयोग को रोकने के लिए Whatsapp की तरफ की गई एहतियाती कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी गई है।
Whatsapp के प्रवक्ता ने दी जानकारी
Whatsapp के एक प्रवक्ता ने कहा, “नवीनतम मासिक रिपोर्ट (Latest Monthly Report) के अनुसार, Whatsapp ने फरवरी के महीने में 45 लाख से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगाया।”
किसी भारतीय खाते की पहचान +91 फोन नंबर के माध्यम से की जाती है।
शनिवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि 1 फरवरी, 2023 से 28 फरवरी, 2023 के बीच 4,597,400 Whatsapp खातों पर प्रतिबंध लगाया गया।
इनमें से 1,298,000 खातों को उपयोगकर्ताओं (Users) की ओर से कोई शिकायत मिलने से पहले ही एहतियात के तौर पर प्रतिबंधित किया गया। ”
नवीनतम रिपोर्ट (Latest Report) के अनुसार, फरवरी के दौरान 2,804 शिकायत रिपोर्ट प्राप्त हुईं और 504 खातों पर “कार्रवाई” की गई।
‘प्रतिबंध की अपील’ पर 2 हजार से अधिक अकाउंट पर लगाया गया प्रतिबंध
प्राप्त हुई कुल रिपोर्टों में से 2,548 में ‘प्रतिबंध की अपील’ की गई थी, जबकि अन्य शिकायतें अकाउंट सपोर्ट (Account Support), प्रोडक्ट सपोर्ट, सुरक्षा और अन्य मुद्दों से संबंधित थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है, “हम प्राप्त हुई सभी शिकायतों का जवाब देते हैं। केवल उन शिकायतों का जवाब नहीं दिया जाता जो हूबहू पिछली शिकायत जैसी होती हैं।”
इन कारणों से होती रही Social Media Companies की आलोचना
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) नियम के तहत (50 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं वाले) बड़े Digital Platform के लिए हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करना अनिवार्य होता है।
इस रिपोर्ट में प्राप्त शिकायतों और उनपर की गई कार्रवाई का विवरण होता है। अतीत में नफरत भरे भाषणों, गलत सूचना और फर्जी खबरों को लेकर Social Media Companies की आलोचना होती रही है।