जमशेदपुर: टाटानगर स्टेशन में उस समय अफरातफरी मच गई जब रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे छपरा-थावे एक्सप्रेस का इंजन पटरी से उतर गया।
प्लेटफॉर्म नंबर दो की लाइन से लोको शेड जा रहे ट्रेन में यह हादसा लोको क्रॉसिंग से कुछ ही दूर पर हुआ।
इससे रेलकर्मियों में अफरातफरी मच गई। बता दें कि तीन दिन पहले ही रेलवे गुड्स केबिन के पास डीजल इंजन शंटिंग के दौरान बेपटरी हो गया था, उसकी जांच अभी चल ही रही थी कि अब इलेक्ट्रिक इंजन बेपटरी हो गया।
घटना की जांच शुरू, होगी कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही टाटानगर के परिचालन, इंजीनियरिंग व लोको विभाग के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए।
हालांकि लाइन ड्यूटी के रेलकर्मियों ने तत्काल इंजन को पटरी पर चढ़ाना शुरू कर दिया था। इससे डेढ़ घंटे के अंदर इंजन फिर से पटरी पर दौड़ने लगा।
वहीं, टाटानगर की लाइन पर इंजन बेपटरी होने की सूचना चक्रधरपुर मंडल मुख्यालय तक पहुंच गई। इससे सुपरवाइजर की टीम ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार, ड्यूटी में लापरवाही पर विभागीय कार्रवाई होगी।
सामने आयी बड़ी लापरवाही
घटनास्थल की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि खंभा नंबर 248 के पास लाइन क्रेक था। जबकि लाइन की ज्वाइंट का नट बोल्ट भी ढीला था। फिलहाल घटना की जांच जारी है। टाटानगर के रेलकर्मियों समेत सुपरवाइजर को कार्रवाई की चिंता सता रही है।
लगातार घटनाओं को लेकर रेलवे मुख्यालय गंभीर
13 जुलाई की दोपहर मालगाड़ी का पहिया पटरी से उतरा था। इसके बाद टाटानगर रेलवे यार्ड की लाइन नंबर 12 पर 15 जुलाई की रात तक लगातार मालगाड़ियां व इंजन बेपटरी हुए। चार घटनाओं की जांच के लिए अलग-अलग टीमें बनीं।
डेढ़ दर्जन से ज्यादा रेलकर्मियों से चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय में पूछताछ हुई थी।
लेकिन घटनाओं पर रोक लगने के बजाय शुक्रवार व रविवार को फिर डीजल और इलेक्ट्रिक इंजन बेपटरी हो गए।