गुमला: दूसरे गुट के बच्चों ने हमें पीट दिया है। थाने में केस करवाने आई हैं, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। बगल की गली से आई दो छोटी बच्चियों की यह बात सुनकर चैनपुर थाने के सब इंस्पेक्टर दिवाकर मिश्र समेत थाने में उस समय मौजूद सभी पुलिसकर्मी सोशल पुलिसिंग के इस परिणाम को साक्षात देखकर काफी खुश हुए और बच्चियों को उचित कार्रवाई का ना सिर्फ आश्वासन दिया, बल्कि घटनास्थल तक जाकर बच्चों के मनोबल को बढाया।
अक्सर कहा जाता है कि पुलिस शिकायत करने आए आम लोगों से ठीक व्यवहार नहीं करती। इसी कारण लोग थाना जाने से बचना चाहते हैं। लेकिन, यह घटना ऐसी बातों की पोल खोलती है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, यह घटना शुक्रवार अपराह्न की है, जब गुमला जिले के चैनपुर थाना के गेट पर बगल की गली में रहने वाली दो छोटी बच्चियां आकर खड़ी हो गईं।
जब गेट पर मौजूद संतरी ने आने का कारण पूछा तो बच्चियों ने बताया बड़ा बाबू से मिलना है, केस करना है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए संतरी दोनों बच्चियों को लेकर थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी के पास लेकर गया।
जहां मौजूद सब इंस्पेक्टर दिवाकर मिश्र, अभिषेक कुमार व एएसआई नंदू मोची ने बच्चियों से थाना आने का कारण पूछा तो बच्चियों ने बताया कि दूसरे गुट के बच्चों ने इन्हें पीट दिया है और वे थाने में केस करके उन पर कार्रवाई करवाना चाहती हैं।
बच्चियों के साथ घटनास्थल पहुंचे थाना प्रभारी, ताकि उनका विश्वास न टूटे
बकौल चैनपुर पुलिस बच्चियों की शिकायत के बाद चैनपुर पुलिस हर्षित हुई की सोशल पुलिसिंग का फल साक्षात उनके सामने था।
कच्ची उम्र में पुलिस के प्रति बच्चों का विश्वास न टूटे, इसलिए थाना प्रभारी उन्हें लेकर लड़ाई की जगह पर गए। हालांकि, विरोधी गुट के बच्चे उससे पहले ही फरार हो चुके थे।
इसके बाद चैनपुर पुलिस ने बच्चियों की फरमाइश पर उन्हें इडली खिलाया व चॉकलेट और बिस्किट देकर घर तक छोड़ आए। इस घटना की जानकारी, चैनपुर पुलिस ने अपने फेसबुक पेज चैनपुर पुलिस स्टेशन पर पोस्ट करके दी है। इसमें लोग चैनपुर पुलिस की इस पोस्ट को काफी लाइक कर रहे हैं।