Jivitputrika fast: हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जितिया का व्रत (Jitiya’s Fast) रखा जाता है। ये व्रत माताएं अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान जीमूतवाहन की विधि विधान से पूजा करती हैं।
इस वर्ष जितिया के व्रत को लेकर महिलाओं के बीच उलझन है कि आखिर जितिया का व्रत कब रखा जाएगा।
जानिए कब है जितिया व्रत
पंचांग के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 24 सितंबर 2024 को दोपहर 12:38 मिनट पर शुरू होगी और समाप्ति 25 सितंबर 2024 को दोपहर 12:10 पर होगी।
इस कारण जितिया व्रत – 25 सितंबर 2024 को किया जाएगा। वहीं व्रत की पूजा शाम 04:43 – शाम 06:14 बजे तक कर सकते हैं।
जितिया व्रत पूजा की विधि
० जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन प्रात: काल स्नान करने के बाद महिलाएं प्रदोष काल में पूजन स्थल को गोबर से लीपकर साफ करती हैं।
० इसके बाद वहां पर एक छोटा-सा तालाब बनाया जाता है और इस तालाब के नज़दीक ही पाकड़ की डाल खड़ी की जाती है। अब तालाब के जल में कुशा से बनी जीमूतवाहन की मूर्ति स्थापित की जाती है और इसकी धूप-दीप, अक्षत, रोली और फूलों आदि से पूजन किया जाता है।
० इस व्रत में महिलाएं मिट्टी और गाय के गोबर से चील और सियारिन की मूर्तियां भी बनाती हैं। इन मूर्तियों के माथे पर सिंदूर का टीका लगाने के बाद जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा सुनी जाती है और फिर पारण किया जाता है।
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