बीजिंग: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयेसस ने 11 जनवरी को कहा कि वे कोरोना वैक्सीन और वायरस की उत्पत्ति को लेकर चीन के साथ सहयोग पर बहुत खुश हैं।
इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन लाने और वैश्विक स्तर पर निष्पक्ष वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाने की उम्मीद भी जताई।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, जर्मनी, केन्या, जापान, नीदरलैंड, कतर, रूस, सूडान, ब्रिटेन, अमेरिका और वियतनाम के विशेषज्ञों से गठित एक अंतरराष्ट्रीय टीम चीन जा रही है।
वे चीनी विशेषज्ञों के साथ वायरस की उत्पत्ति से संबंधित वैज्ञानिक अनुसंधान करेंगे।
डब्ल्यूएचओ स्वास्थ्य आपातकालीन परियोजना के प्रमुख माइकल रयान ने कहा कि वायरस की उत्पत्ति और महामारी के प्रभाव की समझ के संदर्भ में, डब्ल्यूएचओ किसी भी देश और किसी भी क्षेत्र में आवश्यकतानुसार प्रासंगिक जानकारी एकत्र करने के लिए जाएगा।
वहीं, घेब्रेयेसस ने कहा कि शोधकर्ता वायरस की उत्पत्ति पर शोध कर रहे हैं और सभी देश कोरोना वायरस जीन के अनुक्रमण और डेटा साझा करने की प्रक्रिया को मजबूत करें, जो उत्परिवर्ती वायरस के शोध में मदद करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि डब्ल्यूएचओ की एक टीम चीन में कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के साथ सहयोग कर अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता उत्पादन मानकों के संबंध में आकलन कर रही है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)