Newest Billionaire Pradeep Rathore: कैसरोल किंग के नाम से पहचाने जाने वाले प्रदीप राठौड़ (Pradeep Rathore) अरबपतियों की लिस्ट में शामिल होने वाले सबसे नए बिजनेसमैन बन गए हैं।
स्टॉक मार्केट (Stock Market) पर सेलो वर्ल्ड के IPO की धमाकेदार एंट्री ने देश को एक नया अरबपति दिया है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर 788.40 रुपये पर बंद हुआ। इसके साथ ही सेलो वर्ल्ड की बाजार वैल्यू 16732.29 करोड़ रुपये हो गई है।
राठौड़ के परिवार के पास 78 % कंपनी
Cello world में प्रदीप राठौड़ और उनके परिवार की हिस्सेदारी करीब 78 फीसद है। कंपनी ने 617 से 648 रुपये के भाव पर IPO लाया था। इसको बाजार से जबरदस्त रिस्पांस मिला और यह 39 गुना सब्सक्राइब हो गया।
कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो बाजार (Product Portfolio Market) में बहुत लोकप्रिय है। कंपनी घरेलू सामान, उपकरण, पेन-स्टेशनरी और फर्नीचर बनाती है। शेयर बाजार पर कंपनी के शेयर सोमवार को आए थे। शेयर मार्केट में सेलो वर्ल्ड के इस प्रदर्शन से इसके शेयरधारक भी काफी खुश हैं।
प्रदीप घिसुलाल राठौड़ कौन हैं?
कैसरोल को घर-घर तक पहुंचाने में सेलो वर्ल्ड के चेयरमैन और MD प्रदीप घिसुलाल राठौड़ (Pradeep Ghisulal Rathod) का बड़ा योगदान है। उन्होंने भारत में प्लास्टिक उत्पादों को नई दिशा दी।
उनके नेतृत्व में ही कंपनी ने 2017 में ग्लासवेयर और ओपल वेयर सेगमेंट (Glassware and Opal Ware Segment) में एंट्री की थी। विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत ब्रांड इमेज और पूरे देश में कंपनी के उत्पादों की पहुंच ने आईपीओ को इतनी सफलता दिलाई।
राठौड़ को प्लास्टिक एवं थर्मोवेयर इंडस्ट्री (Plastic and Thermoware Industry) में 40 साल का अनुभव है। उनके दोनों बेटे गौरव और पंकज भी कंपनी में जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
1967 में रखी थी सेलो की नींव
प्रदीप राठौड़ के पिता घिसुलाल राठौड़ ने 1967 Cello World की नींव रखी थी। शुरुआत में कंपनी जूते-चप्पल और चूड़ियां बनाती थी। कंपनी ने 1980 में कैसेरोल बनाने शुरू किए।
घिसुलाल ने अपनी अमरीका यात्रा के दौरान पहली बार कैसरोल देखे थे, जिनमें खाने को गर्म और ताजा बनाए रखने के लिए रखा जाता था। इसके बाद उन्होंने कैसरोल को भारतीय बाजार में उतारा।
राठौड़, चैरिटी भी करते हैं
प्रदीप राठौड़ एक सफल बिजनेसमैन होने के साथ ही सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हुए हैं। वह बदामिया चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी और जीतो एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग फॉउंडेशन (Administrative Training Foundation) के प्रेसिडेंट भी हैं।
बाजार वैल्यू लगभग 700 करोड़ रुपये
कैसरोल की सफलता से उत्साहित होकर Cello world ने कई सेगमेंट में प्रोडक्ट लांच किए, जो सफल रहे। इससे पहले इसी ग्रुप की विम प्लास्ट ने स्टॉक मार्केट (Stock Market) में एंट्री की थी। उसकी बाजार वैल्यू लगभग 700 करोड़ रुपये है। इस समय सेलो वर्ल्ड के देशभर में 5 शहरों में 13 प्लांट हैं।