नई दिल्ली: Karnataka में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) भले ही खत्म हो गए हों, लेकिन इस साल होने वाले अन्य राज्यों के चुनावों (Elections) के बाद 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर चर्चा हो रही है।
इधर, लोकसभा की लड़ाई से पहले देश के 4 अहम राज्यों में होने वाले Elections से सियासी पारा चढ़ने के साथ ही आगे की तस्वीर भी साफ होगी।
मिजोरम में इस साल चुनाव होंगे
बता दें कि Lok Sabha Elections के साथ कम से कम 3 विधानसभा चुनाव भी हो सकते हैं। वहीं कर्नाटक के बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान (Rajasthan), छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में इस साल चुनाव होंगे।
नागालैंड, त्रिपुरा (Tripura) और मेघालय के पूर्वोत्तर राज्यों में 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले पहले राज्य थे।
अलग-अलग महीनों में इन राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल हो रहा खत्म
2023 के आखिरी भाग में मिजोरम (Mizoram), छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान (Rajasthan) और तेलंगाना (Telangana) की विधानसभाओं के कार्यकाल के साथ इस साल दिसंबर और जनवरी 2024 में अलग-अलग तारीखों पर विधानसभा चुनावों की एक श्रृंखला होगी।
जबकि 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा (Mizoram Legislative Assembly) का कार्यकाल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभाओं का कार्यकाल क्रमशः 3 जनवरी और 6 जनवरी, 2024 को समाप्त हो रहा है।
राजस्थान का कार्यकाल 16 जनवरी, 2024 को समाप्त हो रहा
राजस्थान और Telangana Legislative Assemblies का कार्यकाल क्रमशः 14 जनवरी और 16 जनवरी, 2024 को समाप्त हो रहा है।
इन पांच राज्यों में एक साथ चुनाव होने से इस चरण में इंकार नहीं किया जा सकता है। निर्धारित चुनावों के अलावा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर (J&K) में विधानसभा चुनाव भी इस साल होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
समय सुरक्षा परिदृश्य पर निर्भर करेगा जम्मू कश्मीर का चुनाव
सूत्रों ने पहले कहा था कि जम्मू-कश्मीर में सर्दियों की स्थिति कम होने के बाद 2023 की गर्मियों में चुनाव हो सकते हैं और समय सुरक्षा परिदृश्य पर निर्भर करेगा।
1 जुलाई से 31 अगस्त तक 62 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा (Pilgrimage to Amarnaath) के समापन के बाद, जम्मू-कश्मीर में चुनाव के लिए इस साल अक्टूबर में संभावित विंडो उपलब्ध हो सकती है।
लोकसभा के साथ इन राज्यों के भी हो सकते चुनाव
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) और ओडिशा की विधानसभाओं का कार्यकाल अलग-अलग तारीखों पर अगले साल जून में खत्म हो रहा है।
चूंकि आम तौर पर लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होते हैं, इसलिए संभावना है कि तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव संसदीय प्रक्रिया के साथ-साथ कराए जा सकते हैं।