नई दिल्ली: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या के बाद UP सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। जनता की राय जानने के लिए एक सर्वे (Survey) किया गया।
सर्वे में 1700 लोगों की राय ली गई है और सर्वे 15 से 17 अप्रैल के बीच UP में किया गया है। इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर (Margin of Error) प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है।
इस Survey में ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि अतीक की हत्या और असद के एनकाउंटर (Encounter) से BJP को फायदा या नुकसान हुआ है।
मामले को लेकर 10 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं
सर्वे में अतीक की हत्या (Murder) और असद के एनकाउंटर को BJP को फायदा या नुकसान होगा।
इस सर्वे के आंकड़े देखे जाएं तो BJP को इससे 47 प्रतिशत फायदा, 17 प्रतिशत नुकसान और इसका BJP पर कोई असर नहीं होगा इसका आंकड़ा 26 प्रतिशत है। वहीं इस मामले के लेकर 10 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं है।
तीनो आरोपियों को नैनी जेल में शिफ्ट किया गया
माफिया से राजनेता (Politician) बने Atiq Ahmed और उसके भाई अशरफ की हत्या (Murder) करने वाले तीन आरोपियों हमीरपुर के सनी (23), बांदा (Banda) के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को प्रशासनिक आधार पर प्रयागराज (Prayagraj) की नैनी जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में शिफ्ट किया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) के तीनों आरोपियों को दोपहर 12 बजे प्रयागराज (Prayagraj) से ले जाया गया और दोपहर 2.10 बजे प्रतापगढ़ जेल (Pratapgarh Jail) में प्रवेश किया।