नई दिल्ली: पहले Congress नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अब कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (JaiRam Ramesh), इन दोनों नेताओं के खिलाफ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने जमकर जहर उगला है.
वो लगातार राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं। वो सीधे उन पर आरोपों (Accused) की बौछार कर रहे हैं. राजनीति के बारे में समझ रखने वालों की मानें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से ऐसा करने के लिए कहा गया है।
वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनावी मंच (Electoral Platform) पर एक्टिव करने की रणनीति है।
कांग्रेस में रहते हुए भी दोनों नेताओं के बीच तनातनी देखी जा चुकी
दरअसल, इस वर्ष के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और इस चुनावी घमासान (Election Battle) में सीधी लड़ाई Jyotiraditya Scindia और कांग्रेस नेता व सूबे के पूर्व CM दिग्विजय सिंह के बीच माना जा रहा है।
कांग्रेस में रहते हुए भी दोनों नेताओं के बीच तनातनी देखी जा चुकी है। कहा ये भी जाता है कि दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की वजह से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से खुद को अलग किया था और भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा था।
BJP का ये है प्लान
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election) से पहले BJP ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे को आगे रखने की कोशिश करेगी और कांग्रेस (Congress) के खिलाफ सिंधिया की बयानबाजी चुनाव तक लगातार जारी रह सकते हैं।
उन्होंने मध्य प्रदेश में BJP पार्टी के प्रमुख चेहरे के तौर पर आगे कर सकती है। सिंधिया मुखर हैं और बिना लाग-लपेट के अपनी बातों को रखने के लिए जाने जाते हैं।
लोगों के बीच उतरकर उनकी समस्याओं (Problems) का जानना और उनके बीच खुद को दिखाने की क्षमता उन्हें और मजबूत बनाती है। ऐसे में इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि पूरा चुनाव सिंधिया के ईर्द-गिर्द करवाया जाए और जीत मिलने पर उन्हें सूबे का मुख्यमंत्री बना दिया जाए। साथ ही CM शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कर लिया जाए।
सिंधिया ने राहुल गांधी को लेकर क्या कहा?
सिंधिया ने राहुल गांधी और Congress पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया, ‘कांग्रेस के पास कोई विचारधारा (Thinking) नहीं बची है। इस कांग्रेस के पास अब केवल एक विचारधारा बची है जो देशद्रोही की है, एक विचारधारा जो देश के खिलाफ काम करती है।’
उन्होंने मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद पार्टी द्वारा Rahul Gandhi को खास तरह की सुविधा देने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर न्याय व्यवस्था (Judicial System) पर दबाव डालने और वर्तमान के चुनौतीपूर्ण स्थिति में प्रासंगिक बने रहने के लिए हर संभव प्रयास करने का आरोप लगाया।
जयराम रमेश से भिड़े ज्योतिरादित्य
वरिष्ठ कांग्रेस नेता JaiRam Ramesh और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच Twitter पर वाकयुद्ध देखने को मिला. जयराम रमेश ने ऐतिहासिक संदर्भों के हवाले से कहा कि सिंधिया राजघराने (Scindia Royal Family) ने झांसी की रानी के साथ धोखा किया था।
इस पर सिंधिया ने पलटवार किया और कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ मराठे-सिंधिया, पेशवा और झांसी (Jhansi) के नेवालकर एक साथ लड़े थे। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को ‘विभाजनकारी राजनीति’ नहीं करनी चाहिए।
जयराम रमेश ने सावरकर की किताब का दिया हवाला
खास बात ये है कि जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने खुद को सही साबित करने के लिए विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) की किताब का हवाला दिया तो वहीं सिंधिया ने पूर्व PM जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की किताब का हवाला दिया।
रमेश ने सुभद्रा कुमारी चौहान (Subhadra Kumari Chauhan) की कविता के अंश को Tweet किया, ‘अंग्रेज़ों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी, बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।