ऐसा क्यों, इस पॉलिटेक्निक उप डाकघर में 10 करोड़ का हुआ घोटाला, मगर अब तक…

Digital Desk

Scam in Polytechnic Sub Post Office : लगभग ढाई महीना पहले धनबाद (Dhanbad) के गोविंदपुर (Govindpur) के पॉलिटेक्निक उपडाकघर (Polytechnic Sub Post Office) में हुए लगभग 10 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था, मगर आरोपी उप डाकपाल (Sub Post Office) के खिलाफ FIR तक नहीं होना आश्चर्य की बात है।

यह सही है कि आरोपी डाकपाल (Accused Postman) को विभाग ने सस्पेंड (Suspend) कर दिया है।

डाक अधीक्षक ने कही थी CBI जांच की बात

धनबाद (Dhanbad) के वरीय डाक अधीक्षक उत्तम कुमार सिंह ने विभागीय सर्किल हेड को पत्र लिखकर CBI जांच की बात कही थी।

संबंधित आदेश प्राप्त होने के बाद डाक अधीक्षक ने धनबाद CBI से मामले की लिखित शिकायत की थी।

इस शिकायत को दिए हुए महीना भर बीत चुका है, लेकिन फिलहाल FIR नहीं की जा सकी है।

इस मामले में CBI के अधिकारी का कहना है कि दिल्ली कार्यालय से FIR के लिए आदेश नहीं मिल पाया है।

फ्रीज हुए थे 90 से अधिक बैंक खाता

जानकारी के अनुसार, 2022 में गोविंदपुर के उक्त डाकघर में सुमित सौरभ बतौर पोस्टमास्टर (Post Master) कार्यरत थे। यह घोटाला तभी का है।

पोस्टमास्टर सुमित सौरभ ने सरकारी राशि को निजी बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया था और फिर कमीशन देकर उन खाता धारकों से रकम वापस ले ली थी।

ऐसा कर लगभग दस करोड़ रुपये की सरकारी राशि का गबन किया गया।

घोटाले की जानकारी मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया और तत्काल रूप से पोस्टमास्टर सुमित सौरभ का वहां से स्थानांतरण (Trasfer) कर दिया गया, हालांकि बाद में उसे निलंबित भी कर दिया गया।

विभागीय जांच के क्रम में 90 से अधिक बैंक खाते फ्रीज हुए थे। लगभग 70 खाते डाकघर के थे, जबकि दो दर्जन बैंक खाते निजी बैंकों के थे।