मुंबई: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. किरीट सोमैया ने कहा कि वे उद्धव ठाकरे के 19 बंगलों के विरुद्ध हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करेंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अलीबाग के कोरलाई गांव में 19 बंगलों की जानकारी विधानपरिषद सदस्य के चुनाव के वक्त चुनाव आयोग को नहीं दी थी।
किरीट सोमैया ने कहा कि उनके पास महाविकास आघाड़ी के 25 मंत्रियों तथा नेताओं के घोटालों के सबूत है, जिसे संबंधित विभाग में कार्रवाई के लिए भेजा है।
उन्होंने कहा कि उनकी छानबीन महाविकास आघाड़ी सरकार गिराने के लिए नहीं, बल्कि स्वच्छ प्रशासन के लिए है।
किरीट सोमैया शुक्रवार को यहां पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की पत्नी रश्मि ठाकरे ने खुद ओरलई ग्रामसभा को पत्र लिखकर 19 बंगलों को उनके नाम करने के लिए पत्र लिखा था। साथ ही इन सभी बंगलों का टैक्स भी ग्रामसभा को अदा किया था।
इससे अपने आप साबित हो जाता है कि मौके पर बंगले थे और मुख्यमंत्री ने विधानपरिषद का चुनाव लड़ते समय चुनाव आयोग को गलत जानकारी दी थी।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं, इसलिए उन्हें हाई कोर्ट में जाने के अतिरिक्त कोई मार्ग शेष नहीं बचा है।
सोमैया ने कहा कि उन्होंने शिवसेना नेता यशवंत जाधव के घोटाले की जानकारी आयकर विभाग को बहुत पहले दी थी और यह छापा बहुत पहले डाला जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि यशवंत जाधव मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के फंड कलेक्टर हैं। साथ ही यशवंत जाधव ने फर्जी कंपनियों में मुंबई नगरनिगम के कांट्रैक्टरों से प्राप्त काला पैसा व्हाइट किया है।
साथ ही यशवंत जाधव ने 15 करोड़ रुपये अरब में भी हवाला के माध्यम से भेजा है। इस मामले में यशवंत जाधव के बेटे भी शामिल हैं, सभी मामलों की भी जांच की जाने वाली है।