रांची: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) का शीतकालीन सत्र (Winter Session) 19 दिसंबर, 2022 से शुरू हो रहा है। यह सत्र 23 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी।
राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने इस सत्र के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे पहले मंत्रिपरिषद की बैठक में मानसून सत्र के सत्रावसान के प्रस्ताव को मंजूरी देकर राजभवन भेजा गया था।
दरअसल, मानसून सत्र का सत्रावसान नहीं किया गया था। इसलिए 5 सितंबर और 11 नवंबर को दो विस्तारित सत्र बुलाए गए थे।
संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक विधानसभा (Assembly) के दो सत्रों के बीच छह माह से अधिक का अंतराल नहीं होना चाहिए। 11 नवंबर को आहूत एक दिवसीय विस्तारित सत्र के बाद सरकार के सामने तत्काल सत्र आहूत करने की बाध्यता नहीं थी।
हालांकि सरकार ने शीतकालीन सत्र बुलाया है। इस सत्र में चालू वित्तीय वर्ष का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया जाना है। इस बीच झारखंड के ताजा सियासी हालात के मद्देनजर हंगामे के भी आसार हैं।
शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने की आशंका
झारखंड में इस समय सियासी हलचल तेज है। मुख्यमंत्री, साहिबगंज में हुए एक हजार करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में ED की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।
इस संबंध में चुनाव आयोग का मंतव्य भी राजभवन (Raj Bhavan) पहुंच गया है। जाहिर है विपक्ष इसे मुद्दा बनाएगा। इन दिनों राज्य बिजली संकट का भी सामना कर रहा है।
भाजपा ने बिजली संकट (Power Crisis) को लेकर राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन भी किया है। यह भी एक मुद्दा होगा। इसके अलावा विपक्ष, भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी राज्य सरकार को घेरने का प्रयास करेगा।