Women Empowerment: भारतीय नौसेना के विमानवाहक युद्धपोत जैसे INS विक्रांत और विक्रमादित्य से लेकर अन्य जंगी युद्धपोतों पर 271 महिला अग्निवीरों (Female Firefighters) का पहला बैच देश की समुद्री सरहदों की निगरानी करता हुआ नजर आएगा।
अग्निवीरों को नौसेना में बतौर नाविक तैनात किया जाएगा
सूत्रों ने बताया कि इसके लिए इन्होंने ओड़ीशा के INS चिल्का ठिकाने से शुरुआती प्रशिक्षण लेने के बाद बीते कुछ समय में कुल करीब दो से तीन सप्ताह का युद्धपोतों पर जटिल समुद्री प्रशिक्षण (Maritime Training) पूरा कर लिया है। अब इन्हें बल के अलग-अलग सुरक्षा ठिकानों और प्रतिष्ठानों में कुछ समय के लिए भेजा जाएगा।
जहां महिला अग्निवीरों को नौसेना की सुरक्षा से जुड़ी हुई ड्यूटी को निभाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इससे इनकी नौसेना से जुड़े मामलों और समुद्री तैनाती के दौरान जरूरी संवेदनशीलता को लेकर समझ बढ़ेगी।
इसे देखते हुए करीब साठ से नब्बे दिनों के अंदर महिला अग्निवीर जंगी युद्धपोतों पर तैनात नजर आएंगी। गौरतलब है कि अग्निवीरों को नौसेना में बतौर नाविक (सेलर) तैनात किया जाएगा।
नौसेना में लिंग समानता और समावेशी भावना
नौसेना में लिंग समानता और समावेशी भावना को बढ़ावा देने के लिए युद्धपोतों (Warships) पर महिला अधिकारियों की तैनाती पहले से जारी है। अभी तक कुल 40 से अधिक महिला अधिकारी नौसेना के जंगी युद्धपोतों पर तैनात हैं और अब इसमें महिला अग्निवीरों का नाम भी शामिल होने जा रहा है।
मालूम हो कि केंद्र सरकार ने पिछले साल 2022 के मध्य भाग में सशस्त्र सेनाओं में जवानों की चार साल की भर्ती की नई प्रक्रिया के तहत अग्निपथ योजना की घोषणा की थी।
इसमें सालाना आधार पर सेना, वायुसेना और नौसेना में कुल 46 हजार जवानों की भर्ती की जाएगी। सेना को 40 हजार और नौसेना, वायुसेना को क्रमश: तीन-तीन हजार अग्निवीर तैनात किए जाएंगे।
तैनाती जोरों पर
सूत्रों ने बताया कि अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के तहत नौसेना में हर साल कुल तीन हजार अग्निवीरों को तैनात किया जाना है। मौजूदा वर्ष में दो हजार 856 अग्निवीरों की तैनाती की जा रही है।
इसमें 271 महिलाएं शामिल हैं। हालिया संपन्न हुए जटिल समुद्री प्रशिक्षण के दौरान इन्हें विभिन्न नौसैन्य युद्धपोतों पर भेजा गया था, जिसमें इन्होंने युद्धपोत से जुड़ी तमाम जरूरी चीजों को बारीकी के साथ समझा।
इसके अलावा अग्निवीरों का दूसरा बैच आइएनएस चिल्का (INS Chilka) से अपना शुरुआती प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जल्द ही अपना व्यावसायिक प्रशिक्षण शुरू करेगा। अग्निवीरों के इस दूसरे बैच में महिलाओं का आंकड़ा 451 के साथ दोगुना हो गया है।