नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा के अंतिम चरण के चुनाव में अब मात्र एक चरण शेष रह गया है।
अंतिम दिन भावुकता भरे अंदाज में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दावा किया कि यूपी में जब तक एक सच्ची राजनीति नहीं आती, तब तक वह प्रदेश का साथ नहीं छोड़ेंगी।
उत्तरप्रदेश के आखिरी चरण में सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। यही वजह है कि पूर्वांचल में तमाम नेता मतदाताओं को साधने में जोरो-शोरो से जुटे हैं।
इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को गाजीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, जब तक इस उत्तर प्रदेश में एक सही, एक नई और एक सच्ची राजनीति उभर कर नहीं आएगी, तब तक मैं आपके लिए लड़ती रहूंगी, आपके प्रदेश के लिए लड़ती रहूंगी, कोई मुझे रोक नहीं पाएगा।
दो दिन बाद आप निर्णय लीजिए कि आपको क्या चाहिए।
प्रियंका ने कहा, इस माटी में मेरे पूर्वजों का खून मिला हुआ है। मैं आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ती रहूंगी। मैं आपकी समस्याएं उठाती रहूंगी। मैंने निर्णय ले लिया है। अब आपको निर्णय लेना है।
प्रियंका गांधी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा जिन्हें आपने उधार में सत्ता दी उनसे ब्याज के साथ वापस ले लीजिए। अगर इंसान को बेलगाम सत्ता दे दो।
अगर इंसान को ये बता दो कि तुम्हारी कोई जवाबदेही नहीं है तो उसकी मानसिकता एकदम खराब हो जाती है। वो समझने लगता है कि सत्ता उसकी है।
वो भूल जाता है कि जनता ने दी है। जो परेशानियां आपको दी हैं। जिस तरह से आपको त्रस्त किया है। परेशान किया है, उसे बदल डालिए। सबक सिखाइये।
प्रियंका ने कहा कि जहां से रोजगार निकलना था, सबको बेच डाला। रोजगार की बातें कर रहे है। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा सरकारी नौकरियों की भर्ती तो करा नहीं रहे, बड़ी-बड़ी संस्थाएं बेंच डाली।
जो सरकार रोजगार नहीं देती, वो अपने आप को राष्ट्रवाद नहीं कह सकती। नौजवानों को मजबूत नहीं किया तो राष्ट्रवादी नहीं है।
राष्ट्रवादी होने के लिए देश के लिए खून देना पड़ता है। उन्होंने जनता से कहा कि आपका इस्तेमाल हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के सातवें चरण में राजनीति के कई दिग्गजों मुख्यमंत्री योगी समेत सरकार के छह मंत्रियों की परीक्षा होगी।
सातवें चरण में आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीर्जापुर, सोनभद्र और भदोही जिलों में मतदान होना है।
इन जिलों की 54 सीटों पर कुल 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनके भाग्य का फैसला 2.06 करोड़ मतदाता एक दिन बाद करेंगे।
पिछले चुनाव में इन 54 सीटों में से बीजेपी ने 29, समाजवादी पार्टी ने 11, बहुजन समाज पार्टी ने छह, अपना दल (एस) ने चार, सुभासपा ने तीन और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी।