मुम्बई: यस बैंक-डीएचएफएल घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को मुम्बई और पुणे में आठ ठिकानों पर छापा मारा।
सूत्रों ने बताया कि ये परिसर एबीआईएल ग्रुप के प्रमोटर अविनाश भोंसले और शाहिद बलवा से संबंधित हैं। शाहिद बलवा 2जी घाटाले में आरोपी रह चुका है लेकिन उसे बाद में बरी कर दिया गया था।
सीबीआई ने दो दिन पहले ही इसी मामले में डीएचएफएल के सबसे बड़े लेनदारों में एक रेडियस डेवलपर्स के संजय छाबड़िया को हिरासत में लिया था।
गत फरवरी में रेडियस डेवलपर्स के छह परिसरों पर छापा मारा था। रेडियस डेवलपर्स ने डीएचएफएल से मुम्बई में एक परियोजना के लिये तीन हजार करोड़ रुपये का ऋण लिया था।
सीबीआई मार्च 2020 से ही यस बैंक के पूर्व संस्थापक राणा कपूर और डीएचएफएल मामले की जांच कर रही है।