नई दिल्ली: निजी क्षेत्र के कर्जदाता Yes Bank ने पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे का ऐलान कर दिया है।
वित्त वर्ष 2022-23 की जून तिमाही में बैंक का मुनाफा 50 फीसदी उछलकर 311 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक को 207 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
Yes Bank ने शनिवार को शेयर बाजारों (Stock Exchanges) को दी गई सूचना में कहा कि जून तिमाही में बैंक का मुनाफा 50 फीसदी उछलकर 311 करोड़ रुपये रहा है, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में उसको 207 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। बैंक ने कहा कि फंसे कर्जों में कमी आने और आय बढ़ने से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुनाफा बढ़ा है।
बैंक (Bank ) ने बताया कि पहली तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 5,916 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 5,394 करोड़ रुपये रही थी।
पुनर्गठन योजना 15 जुलाई से अमल में आ गई
बैंक के सकल ऋण में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPA) का अनुपात घटकर 13.45 फीसदी पर आ गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह अनुपात 15.60 फीसदी था।
इसी तरह वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बैंक का Net NPA यानी फंसे कर्जों का अनुपात भी 5.78 फीसदी से घटकर 4.17 फीसदी पर आ गया है।
Yes Bank ने जारी बयान में कहा कि उसके वैकल्पिक बोर्ड (Alternative Board) के गठन के साथ पुनर्गठन योजना 15 जुलाई से अमल में आ गई है। हालांकि, इसे अभी शेयरधारकों की मंजूरी मिलनी बाकी है।
बैंक के मुताबिक नए बोर्ड ने प्रशांत कुमार को नए प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के तौर पर तीन वर्ष के लिए नियुक्त करने की अनुशंसा की है।