पटना: बिहार के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में योग की पढ़ाई (Teaching Yoga in Colleges and Universities) होगी।
पूर्व मंत्री और झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्रा (Nitish Mishra) ने राज्यपाल सह कुलाधिपति से मुलाकात कर योग शिक्षा को पाठ्यक्रम एवं संकाय के रूप में प्रारम्भ करने का आग्रह किया था।उनकी मांग के बाद राज्यपाल ने इसके लिए पहल की है।
संकाय बनाने के संबंध में प्रतिवेदन मांगा गया
राज्यपाल सचिवालय ने बुधवार को बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति (Vice Chancellors of Universities) को पत्र भेजा है। सारे कुलपति से योग शिक्षा को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल करने और उसका अलग संकाय बनाने के संबंध में प्रतिवेदन मांगा गया है।
राज्यपाल के इस पत्र से विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में योग की पढ़ाई प्रारम्भ होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
विश्वविद्यालयों के कुलपति से प्रतिवेदन मांगा
इस बाबत पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने हिन्दुस्थान समाचार (Hindusthan News) को बताया कि भारतीय संस्कृति में योग अभ्यास की महत्ता प्राचीन काल से ही रही है। बिहार की धरती योग की जननी रही है।
प्रधानमंत्री Narendra Modi भी योग को विश्व स्तर पर स्थापित कर रहे हैं। बिहार के युवाओं में योग के प्रति ज्ञान और जागरुकता के उद्देश्य से विश्वविद्यालय/महाविद्यालय (University/College) में योग शिक्षा प्रारम्भ करने के लिए राज्यपाल से आग्रह किया था। इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालयों के कुलपति से प्रतिवेदन मांगा है।
रोजगार के अवसरों का लाभ भी बिहार के युवाओं को मिल सकेगा
नीतीश मिश्रा (Nitish Mishra) ने कहा कि पूरी दुनिया में योग को लेकर जबरदस्त जागरुकता फैली है। अमेरिका से लेकर यूरोपीय देशों में योग शिक्षकों की काफी मांग है।
उन्होंने कहा कि योग शिक्षा के पाठ्यक्रम में सम्मिलित होने से योग के क्षेत्र में बढ़ते रोजगार (Employment) के अवसरों का लाभ भी बिहार के युवाओं को मिल सकेगा।