नई दिल्ली: संकट का सामना कर रही जी एंटरनेटमेंट एंटरप्राइजेज लिमिडेट (जीईईएल) ने बुधवार को कहा कि उसके बोर्ड ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई) और जीईईएल के विलय को मंजूरी दे दी है।
इस डील के तहत पुनीत गोयनका विलय के बाद बनने वाली कंपनी के एमडी और सीईओ बने रहेंगे।
विलय के बाद बनने वाली कंपनी में सोनी पिक्चर्स के शेयरहोल्डर्स की मैज्योरिटी हिस्सेदारी होगी।
जी की टेलीविजन ब्रॉडकास्टिंग और डिजिटल मीडिया में मौजूदगी है। इस खबर के बाद जी के शेयरों में बुधवार को शुरुआती कारोबार में 10 फीसदी उछाल आई।
सोनी में जी के विलय के चलते जी ग्रुप के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका को अपने पद पर बने रहने को लेकर बड़ी राहत मिली है।
सौदे के मुताबिक सोनी पिक्चर्स विलय के बाद बनने वाली कंपनी में 1.575 अरब डॉलर का निवेश करेगी।
निवेश की गई पूंजी का उपयोग कंपनी के विकास के लिए किया करेगी। जी के शेयरधारकों की 47.07 फीसदी और सोनी की 52.93 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी।
पिछले हफ्ते कंपनी के प्रमुख निवेशक इनवेस्को ने गोयनका सहित तीन डायरेक्टर्स को बोर्ड से हटाने की मांग की थी।
अमेरिका की इनवेस्टमेंट कंपनी इनवेस्को के मालिकाना हक वाले इनवेस्को डेवलपिंग मार्केट फंड और ओएफआई चाइना फंड ने कंपनी के डायरेक्टर्स को हटाने और 6 नए इंडिपेंडेट बोर्ड मेंबर्स को शामिल करने के लिए एक्सट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग बुलाने की मांग थी।
इनवेस्को की जी में 17.88 फीसदी हिस्सेदारी है। जुलाई 2019 में इनवेस्को ने कंपनी में 11 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए जी के प्रमोटर्स के साथ एक डील की थी।