रांची: Suspected Shell Companies (संदिग्ध शेल कंपनियों) से जुड़े कई दस्तावेज आयकर विभाग (Income Tax Department) ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को सौंप दिए हैं।
बताया जा रहा है ये दस्तावेज झारखंड समेत देश के चार राज्यों में की गई कार्रवाई के बाद जुटाए गए हैं।
ये भी बताया जा रहा है कि ये कंपनियां झारखंड में कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह (Anup Singh) के रिश्तेदारों की हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय इसकी जांच करने के बाद इस पर सख्त कार्रवाई कर सकते है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कार बोर्ड ने जारी किया था बयान
छापेमारी के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष (Central Direct) कर बोर्ड ने बयान जारी किया था, जिसमें शेल कंपनियां से जुड़े साक्ष्य मिलने की पुष्टि की गई थी। साथ ही इन कंपनियों के जरिए पैसों के लेनदेन की बात भी सामने आई थी।
वहीं, आयकर जांच में 100 करोड़से अधिक के अघोषित लेन-देन व निवेश का खुलासा किया गया था। फिलहाल आयकर सूत्रों के मुताबिक बरामद सभी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी ED को सौंप दी गई है।
50 से ज्यादा ठिकानों पर की थी छापेमरी
बता दें कि आईटी ने चार नवंबर को कांग्रेस विधायक अनूप सिंह, प्रदीप यादव व कोयला व लौह अयस्क खनन से जुड़े कारोपियों के करीब 50 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी (Raid) की थी।
इसके बाद अगले दो दिन आयकर की टीम (Income Tax Team) इन ठिकानों पर कागजात खंगालने में जुटी रही थी। इसके बाद कई दस्तावेज बरामद किए गए थे। इनमें संदिग्ध शेल कंपनियों और अवैध लेनदेन से जुड़े कागजात थे।
दो करोड़ से ज्यादा की नकदी की थी जब्त
छापेमारी में आयकर विभाग ने दो करोड़ से अधिक की नकदी जब्त की थी। वहीं, जांच में यह पता चला था कि एक कंस्ट्रक्शन व्यापार में शामिल कंपनी द्वारा नियमित रूप से अपने बुक्स ऑफ अकाउंट (Books Of Account) सही ढंग से मेंटेन नहीं किया जाता है।
जबकि कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष के अंत में भारी मात्रा में सामग्री की खरीद और सब-कांट्रेक्ट दिखाए जाते हैं।
इसके अलावा कोल ट्रेडिंग और लौह अयस्क खनन से जुड़े लोगों के यहां Stock मे भारी गड़बड़ी पाई गई थी। इसके अलावा 16 बैंक लॉकर के संचालन पर रोक लगा दी थी।