बोकारो: Giridih (गिरिडीह) जिले के देवरी थाना से एक बेहद चौंका देने वाला मामला सामने आया है।
देवरी थाना क्षेत्र निवासी चंद्रशेखर भोक्ता उर्फ शेखर राय ने संतान की प्राप्ति नहीं हाेने पर अपनी पत्नी काे इलाज के नाम पर गुजरात के सूरत ले गया।
सूरत में जाकर उसने अपनी पत्नी की हत्या (Wife Murder) कर दी। हत्या करने के बाद शव काे कमरे में ही बंद कर वहां से फरार हाे गया। उसकी पत्नी संगीता का मायका बाेकाराे के सियालजाेरी थाना क्षेत्र के बनगड़िया गांव में है।
सूचना पर मृतका के मायके वाले बोकारो से सूरत पहुंचे और शव को अपने पैतृक गांव लेकर आए। आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।
गला रेत कर मार डाला अपनी पत्नी को
आराेप है कि शनिवार की रात गुजरात के सूरत पुनापारिमा थाना क्षेत्र स्थित पूना गांव में किराए के रूम में अपनी 24 वर्षीय पत्नी काे गला रेत कर मार डाला।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पुनापारिमा थाना पुलिस ने बंद रूम से संगीता का शव (Dead Body) बरामद कर उसके मायके वालों को सूचना दी।
सूचना पर संगीता का भाई बबलू चौधरी बोकारो जिले के सियालजोरी थाना क्षेत्र के बनगड़िया गांव से सूरत पहुंचे। बबलू चौधरी के फर्द बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम (Post Mortem) करा कर पुलिस ने शव बोकारो भेज दिया।
पड़ाेसियाें ने पुलिस काे दी सुचना
मृतका के भाई ने बताया कि शादी के चार वर्षाें बाद संगीता काे कोई संतान नहीं हुई, जिससे वह ससुराल में ताने सुन-सुनकर अक्सर परेशान रहती थी।
अंत में वह अपने पति के साथ सूरत चली गयी। लेकिन, वहां शनिवार की रात पति ने धारदार हथियार से उसका गला रेतकर हत्या कर दी।
उसके बाद शव को Bathroom में बंद कर वहां से फरार हो गया। जब रविवार काे कमरे से खून निकलते पड़ाेसियाें ने देखा ताे पुलिस काे सूचना दी।
पहले भी कई बार बेरहमी से मारपीट की गई
भाई बबलू चौधरी ने बताया कि बहन संगीता देवी की शादी चार वर्ष पूर्व देवरी थाना क्षेत्र के चंद्रशेखर भोक्ता से हुई थी। शादी के बाद संगीता के माता-पिता की माैत (Death) हाे गई।
इसके बाद बहन संगीता को उसके पति सास, ससुर ओर देवर दहेज के लिए प्रताड़ित (Harassed) करने लगे। इस दौरान कई बार उसके साथ बेरहमी से मारपीट भी की गयी और घर से निकाला गया।
पिछले दो वर्षों से बहन संगीता की कोई संतान नहीं होने पर घर वाले उसकी हत्या कर चंद्रशेखर की दूसरी शादी कराने की धमकी बराबर देते थे।
इसी विवाद में एक वर्ष पूर्व संगीता को एक कमरे में तीन दिन तक भूखे-प्यासे (Hungry And Thirsty) बंद कर रखा था। जब गांव वालों को पता चला तो उसे बाहर निकाला था।