रांची: झारखंड में नई व्यवस्था के तहत शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार ने घोषणा की है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) ने इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि वे प्रदेश के हित में एक आदेशपाल के रूप में काम कर रहे है।
उन्होंने एक कार्यक्रम में इस घोषणा की है कि राज्य में फास्ट ट्रैक के जरिये करीब 86 हजार शिक्षकों (teachers) की नियुक्ति की जाएगी।
उन्होंने इस बात का भी ऐलान किया कि 26 हजार पदों पर तुरंंत शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा के लिए शिक्षक काफी जरूरी है।
अधिकारियों से भी एक क्लास लेने की अपील की
उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि वे अधिकारी, पुलिस, निजी स्कूल के प्रधानाध्यापक, मीडिया कर्मी से अपील करते हैं कि वे भी किसी न किसी स्कूल (school) में एक घंटी क्लास लें।
बच्चों के बीच अपने अनुभवों को साझा करें। बोकारो के एसपी चंदन झा, डीएसपी विकास श्रीवास्तव समेत अन्य थानेदार भी स्कूलों में क्लास ले रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में अगर बेहतर हो जाएगा तो झारखंड (Jharkhand) आगे बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकारी-गैर सरकारी शिक्षकों की संख्या करीब 1.50 लाख है। अगर एक शिक्षक हर साल एक व्यक्ति को साक्षर कर दें तो डेढ़ लाख लोग साक्षर हो जाएंगे।
बच्चों का ठीक से पढ़ाने पर दिया जोर
शिक्षकों के अंतर जिला स्थानांतरण और पुराने पेंशन (pension) पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक सिर्फ अपना काम करें यानि बच्चों को पढ़ाएं, वे शिक्षकों का काम करेंगे। शिक्षक चिंता अपने लिए नहीं करें, जिनके लिए वेतन लेते हैं उनके लिए करें।
20 साल बाद उन्होंने पारा शिक्षकों को ट्रैक पर लाया है, वे अब आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड में पढ़ाई प्रभावित होने के बाद भी झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) का रिजल्ट शानदार रहा है। इसके लिए छात्र, शिक्षक, अभिभावक बधाई के पात्र हैं।
बता दें कि लंबे समय से झारखंड में शिक्षक बहाली के इंतजार में शिक्षक बनने के लिए हजारों अभ्यर्थी बैठे हुए हैं। यह अलग बात है कि अब सरकार लगातार शिक्षकों की बहाली (reinstatement) की घोषणाएं कर रही हैं।
हालांकि ये खबर उन लोगों के लिए काफी सुखद है जो काफी समय से शिक्षक बनने की तैयारी में जुटे हुए हैं।